Pratapgarh: बीपी मरीजों पर ब्रेन हेमरेज का खतरा बढ़ा

"ओपीडी में भी बीपी के पुराने मरीज बढ़ गए"

Update: 2025-01-15 06:38 GMT

प्रतापगढ़: सोते समय अचानक उठकर बाथरूम जाने वाले बीपी मरीजों पर ब्रेन हेमरेज का खतरा बढ़ गया है. मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय की इमरजेंसी में आ रहे हैं. ओपीडी में भी बीपी के पुराने मरीज बढ़ गए हैं. नियमित दवा खाने के बाद भी उनकी बीपी बढ़ी हुई मिल रही है. ऐसे मरीजों को डॉक्टर ठंड से बचाव और सोकर उठने पर बिना पूरे शरीर में खून का सर्कुलेशन सामान्य हुए बिस्तर छोड़ने से मना कर रहे हैं.

राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय की इमरजेंसी में चार दिन पहले तक ब्रेन हेमरेज के मरीज नहीं आ रहे थे. किन्तु इमरजेंसी में तैनात डॉ. लक्ष्मीकांत मिश्र के मुताबिक ठंड बढ़ते ही तीन दिन से ब्रेन हेमरेज के मरीज आने लगे हैं. इनके इलाज के दौरान परिजनों से बातचीत में पता चल रहा है कि अधिकांश मरीज ठंड और ब्लड सर्कुलेशन के प्रति लापरवाही बरतने में इसके शिकार हो रहे हैं. ब्रेन हेमरेज के जो भी मरीज आ रहे हैं वे बीपी के पुराने मरीज हैं. मेडिसिन विभाग की ओपीडी में जहां ठंड की शुरुआत में 350 से अधिक मरीज आ रहे थे वहीं अब कड़ाके की ठंड शुरू होने के बाद मरीजों की संख्या घट गई है. 155 मरीज ही आए किन्तु इनमें से 16 मरीज बीपी के थे. डॉ. रमेश पांडेय के मुताबिक चिंता की बात यह रही कि बीपी के सभी पुराने मरीज हैं. वे पहले से ही बीपी की दवा खा रहे हैं किन्तु ठंड बढ़ने पर नसें सिकुड़कर पतली हो रही हैं. इससे उनमें खून का दबाव (ब्लड प्रेशर) बढ़ जा रहा है. इसी वजह से बीपी की दवा खाने के बाद भी उनकी बीपी बढ़ी मिल रही है. ब्लड प्रेशर अचानक बहुत अधिक बढ़ जाने से नसें फटने (ब्रेन हेमरेज) के मामले आ रहे हैं. इसी तरह रात में सोते समय अचानक बिस्तर से उठकर चल देने पर शरीर के सभी अंग जगे नहीं होते. ऐसे में ब्रेन हेमरेज से हार्ट अटैक तक का खतरा बढ़ जाता है.

ब्रेन हेमरेज के लक्षण:

● चलने, बोलने, समझने में परेशानी होना

● शरीर में एक तरफ लकवा

● अचानक दिखाई देने में परेशानी होना

● चक्कर और थकान महसूस होना

● निगलने में परेशानी होना

बिस्तर छोड़ने के पहले तैयार करें शरीर

● नींद खुलने पर हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़ें.

● हथेली से चेहरा, आंख व माथा सहलाएं.

● हाथ को एक दूसरे से हल्का मालिश करें.

● पैर के तलवों को रगड़ें.

● लंबी-लंबी सांस लेकर पैर जमीन पर रखें.

बिना शरीर को वार्मअप किए बिस्तर छोड़ना बीपी के मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि बुजुर्गों के लिए भी खतरनाक हो गया है. ठंड ने दवा खा रहे बीपी के पुराने मरीजों की भी बीपी बढ़ा दी है. ओपीडी और इमरजेंसी में आ रहे मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत समझायी जा रही है. -डॉ. रमेश पांडेय, वरिष्ठ फिजीशिएन एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ

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