फतेहपुर। सुल्तानपुर घोष थाने के सलेमपुर निवासी हरीश्चंद्र माली के पुत्र मोती लाल ने इजुरा बुजुर्ग गांव के संगठन ने गंगा घाट के मंदिर में वार्षिक रामचरित मानस का पाठ कराया था। पाठ समाप्ति के बाद भंडारे का आयोजन भी किया गया था।
शिवचरन का पुरवा निवासी रीशू देवी 10 वर्षीय पुत्री धर्मेंद्र यादव व आर्यन सात वर्षीय पुत्र सर्वेश यादव दोनों भाई भंडारा खाने गए थे। वहीं पर भंडारे का आयोजन कर्ता पुजारी हरीशचंद्र के पुत्र की पुत्री रोशनी नौ वर्षीय पुत्री सत्य प्रकाश माली निवासी सलेमपुर तीनों ही बच्चे एक साथ गंगा स्नान करने के लिए गए। काफी देर तक जब तीनों बच्चे मौके पर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने तलाश शुरू कर दी। तभी गंगा घाट के किनारे मासूम बच्चों के वस्त्र एंव चपप्लें देख कर ग्रामीणों ने परिजनों को जानकारी दी।
परिजनों ने गंगा नदी में जाल लगा कर देखा परन्तु कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने आनन-फानन मे इजूरा खुर्द निवासी संतोष निषाद को सूचना दी। कई गोता खोर साथियों के साथ मौके पर पहुंचकर डुबकी के माध्यम से नदी के कुंड से तीनों बच्चों के शवों को बाहर निकलवाकर परिजनों को सुपुर्द किया। शव को देखते ही परिजनों में चीख-पुकार से भंडारे में सन्नाटा छा गया।