यूपी-उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों को लेकर हुआ बंटवारा, जानिए किसके हिस्से में क्या आया?

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद लगभग खत्म हो गया है।

Update: 2021-12-21 03:00 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद लगभग खत्म हो गया है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच बनी सहमति के आधार पर यह फैसला हुआ है। यूपी पर्यटन विभाग द्वारा हरिद्वार में बनवाए गए अलकनंदा पर्यटक आवास को उत्तराखंड राज्य को दिया जाएगा।

दोनों राज्यों के बीच जिन मामलों में सहमति बन गई है उससे जुड़े जो भी मामले न्यायालय में चल रहे हैं उसे वापस लिया जाएगा। दोनों राज्यों के बीच देनदारियों को लेकर सहमति बन गई है। यूपी को करीब 300 करोड़ देना था और उत्तराखंड को 105 करोड़, इसका समायोजन हो गया है। शेष बचा पैसा यूपी उत्तराखंड को देगा। बचे मामलों का निस्तारण दोनों राज्य के मुख्य सचिव करेंगे।
प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश पुनर्गठन समन्वय विभाग जितेंद्र कुमार ने सहमति का कार्यवृत्त जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की उत्तराखंड में खाली भूमि व भवन को उत्तराखंड राज्य को हस्तांतरण पर सहमति बन गई है। सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश को उत्तराखंड में उपयोग के लिए जरूरी भूमि व भवन दिया जाएगा। इसके लिए यूपी और उत्तराखंड के अधिकारी संयुक्त सर्वे कर 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देंगे।
हरिद्वार में सिंचाई विभाग जमीन का स्वामित्व यूपी के पास
हरिद्वार में यूपी सिंचाई विभाग की 697.567 हेक्टेयर भूमि का स्वामित्व यूपी के पास ही रहेगा। कुंभ मेला व अन्य जरूरी प्रयोजन उत्तराखंड करा सकेगा। उद्यमसिंह नगर स्थित धौरा, बैगुल व नानक नगर जलाशय में पर्यटन व जल क्रीड़ा के लिए यूपी सिंचाई विभाग की अनुमति उत्तराखंड को दी जाएगी।
पुरानी ऊपरी गंगा नहर में वाटर स्पोर्ट्स की अनुमति उत्तराखंड को दी जाएगी। किच्छा बस स्टैंड की जमीन उत्तराखंड को दी जाएगी। वनबसा बैराज का भी पुर्ननिर्माण कराया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भागीरथी पर्यटक आवास का लोकार्पण अगले माह करेंगे। इस कार्यक्रम के समय ही अलकनंदा पयर्टक आवास को उत्तराखंड को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।
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