बस्ती न्यूज़: सीएचसी में गम्भीर मरीजों के इलाज की व्यवस्था नहीं है. हालत यह है कि यहां पर एक्स-रे तक की व्यवस्था नहीं है, इसलिए एक्सीडेंट के केस को बिना सोचे-समझे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है. सीएचसी हर्रैया के अधीक्षक डॉ. बृजेश शुक्ल का कहना है कि अप्रैल में 126 गम्भीर मरीज को इमरजेंसी से ही जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया. इसके अलावा 90 मरीज को भर्ती किया गया था, जिसमें से 22 की हालत गम्भीर होने पर उन्हें रेफर किया गया.
हाईवे से सीएचसी के सटे होने के कारण यहां मार्ग दुर्घटना के मामले काफी आते हैं, इसमें ज्यादातर गम्भीर होते हैं, जिस कारण उन्हें रेफर करना जरूरी हो जाता है. प्रभारी चिकित्साधिकारी कप्तानगंज रविंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि यहां कुल 494 मरीज भर्ती हुए, जिसमें से 84 को रेफर किया गया. बताया कि जिनकी हालत नाजुक थी, उन्हें ही रेफर किया गया. सीएचसी साऊंघाट के डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि अप्रैल में कुल 183 मरीज भर्ती किए गए. 40 को जिला अस्पताल व ओपेक अस्पताल कैली रेफर किया गया. रेफर किए गए मरीज में सांप काटने, कैंसर आदि के मरीज शामिल हैं. सीएचसी मुंडेरवा में 130 मरीज को भर्ती किया गया, जबकि 13 गम्भीर मरीज को रेफर किया गया. पीएचसी सल्टौआ से 73 मरीज जिला अस्पताल के लिए रेफर किए गए. सीएचसी भानपुर के प्रभारी डॉ. सचिन कुमार ने बताया कि कुल 198 मरीज भर्ती किए गए. 17 को जिले के लिए रेफर किया गया. दो नवजात को भी रेफर करने की जरूरत पड़ी थी. दुबौलिया से दो मरीज रेफर किए गए.