गंगा और यमुना दोनों नदियों के जलस्तर में हो रही है लगातार वृद्धि
संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां उफान पर हैं. गंगा और यमुना दोनों नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है
संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां उफान पर हैं. गंगा और यमुना दोनों नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. गंगा और यमुना नदियों के उफनाने से संगम जाने वाले कई रास्ते भी पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. जिसके चलते यहां आने वाले श्रद्धालुओं को घुटने भर पानी में चलकर संगम की ओर जाना पड़ रहा है. जबकि ऊंचे वाले स्थानों पर टापू जैसे नजर आ रहे हैं. संगम के आस-पास पानी भरने लगा है. मध्य प्रदेश से केन, बेतवा और चंबल नदियों से पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिस तरह से गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है उसे देखते हुए निचले स्थानों पर लोगों के सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
संगम क्षेत्र की अगर बात करें तो यहां पर तीर्थ पुरोहित, घाटिए और दुकानदार अपने सामान लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं. बाढ़ के खतरे को देखते हुए संगम तट पर अलर्ट जारी किया गया है. एसडीआरएफ (SDRF) की एक टुकड़ी के साथ ही जल पुलिस की तैनाती कर दी गई है. डीएम प्रयागराज संजय खत्री ने बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. डीएम के मुताबिक संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया गया है. सिंचाई विभाग के बाढ़ कंट्रोल रूम से 24 घंटे मानीटरिंग की जा रही है.
तेजी से बढ़ता दोनों नदीयों का जलस्तर
बीते 24 घंटे की अगर बात करें तो गंगा नदी का फाफामऊ में जलस्तर 16 सेंटीमीटर और छतनाग में 27 सेंटीमीटर बढ़ा है. जबकि 24 घंटे में यमुना नदी का जलस्तर 33 सेंटीमीटर बढ़ा है. मौजूदा समय में गंगा नदी का फाफामऊ में जलस्तर 79.10 मीटर और छतनाग में 78.21 मीटर दर्ज किया गया है. जबकि यमुना नदी का नैनी में जलस्तर 79.05 मीटर दर्ज किया गया है. डीएम संजय खत्री के मुताबिक प्रयागराज में दोनों नदियां खतरे के निशान से लगभग 5 मीटर नीचे बह रही हैं. इसलिए अभी खतरे जैसी कोई बात नहीं है. लेकिन इसके बावजूद सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम को एक्टिव कर दिया गया है और बाढ़ की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है.
संगम किनारे थानों को किया अलर्ट
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के मुताबिक गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. एसएसपी ने बताया कि श्रावण मास का कांवड़ मेला भी चल रहा है. संगम क्षेत्र में जल पुलिस, एसडीआरएफ और फ्लड कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है. इसके साथ ही स्थानीय गोताखोरों को भी तैनात किया गया है. उनके मुताबिक संबंधित विभाग द्वारा जल स्तर बढ़ने की सूचना समय-समय पर पुलिस को भी दी जा रही है. एसएसपी के मुताबिक नदी के किनारे के जो थाने हैं उन्हें भी अलर्ट रहने को कहा गया है.