वहां करंट लगने से हो गई मौत, जिस बाढ़ राहत शिविर में जान बचाने पहुंची थी
शहर के लंका थाने के पीछे बने बाढ़ राहत शिविर में अपने तीन बच्चों के साथ शरण लेने आई 36 वर्षीय रूबी सहनी की करंट लगने से मौत हो गई। राहत शिविर में लगे पंखे को अपनी ओर घुमाने पर वह करंट की चपेट में आ गई और मौके पर ही दम तोड़ दिया। महिला नगवां की रहने वाली थी। दूसरों के घरों में चूल्हा-चौका करके वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही थी।
रूबी की मौत के बाद उसके तीनों बच्चे अनाथ हो गए। 17 वर्षीय किशन, 14 वर्षीय अजय और 9 वर्षीय खुशी के सिर से पिता का साया काफी पहले ही उठ गए था। पिता कल्लू की मौत के बाद मां रूबी ही बच्चों का पालन-पोषण कर रही थी।
किसकी लापरवाही से आया पंखे में करंट
घटना के बाबत आपदा प्रभारी एवं एडीएम (वित्त) संजय कुमार ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता को जांच का आदेश दिया है। कहा है कि, इसकी जांच की जाए की पंखे में करंट किसकी लापरवाही से आया। बता दें नगवां में रूबी अपने बच्चों के साथ किराए के कमरे में रहती थी। शनिवार को वह अपने बच्चों के साथ बाढ़ राहत शिविर में रहने आई थी। रविवार को शिविर में दो पंखे लगाए गए थे। बिजली मिस्त्री एक पंखे में बिजली कनेक्शन जोड़ रहा था, तभी रूबी पंखे को अपनी ओर घुमाया और उसे करंट लगा।
कर्मी की तलाश कर रही पुलिस
बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों का कहना है कि, नगर निगम की ओर से पंखा लाया गया था। बिना जांच किए पंखे में कनेक्शन दिया गया, जिससे यह हादसा हुआ। दुर्घटना के बाद कर्मी पंखा लेकर भाग गया। अब पुलिस उक्त कर्मी की तलाश कर रही है। इस बारे में डीएम कौशल राज शर्मा का कहना है कि, नगवां के पार्षद और नगर निगम द्वारा शनिवार को अस्थाई बाढ़ राहत शिविर बनाया गया था। आपदा विभाग के 40 केंद्रों के अतिरिक्त यह केंद्र है। मृत महिला के परिवार को जिला प्रशासन द्वारा उचित आर्थिक मदद दी जाएगी। अब शिविर में से पंखे एवं अन्य बिजली उपकरण हटवाए गए हैं।