गाजियाबाद जिले की 40 सोसाइटी में अभी तक आग बुझाने के इंतजाम नहीं
उपकरणों की लंबे समय से जांच नहीं की गई
गाजियाबाद: जिले की 40 प्रतिशत से अधिक सोसाइटियों में आग से बचाव के उपकरण खराब हालत में हैं. उपकरणों की लंबे समय से जांच नहीं की गई. सोसाइटियों में रहने वाले दस में से आठ लोगों को इन उपकरणों के सही इस्तेमाल की जानकारी तक नहीं. सोसाइटियों में रहने वाले लोगों को आग से बचाव को लेकर जागरूक नहीं किया जाता है. हाल में हुए हादसों के बाद सोसाइटियों में रहने वाले लोगों में चिंता व्याप्त है.
22 जनवरी को क्रॉसिंग रिपब्लिक की कॉसमॉस सोसाइटी में आग लगने के दौरान अग्निशमन यंत्रों के काम न करने की घटना ने दूसरे लोगों को भी चिंता में डाल दिया है. सोसाइटी के लोगों का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर लगे अग्निशमन उपकरण और दूसरे प्रकार के यंत्रों की वर्षों से जांच नहीं की गई है. ऐसे में कहना कि कठिन कि किसी प्रकार का हादसा होने पर ये यंत्र सही प्रकार से काम भी करेंगे या नही. नियमानुसार अग्निशमन विभाग को सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी देने के लिए समय-समय पर जागरूकता शिविरों का आयोजन करना होता है. ऐसी बहुत सी सोसाइटियां हैं, जिनमें इस प्रकार के शिविर लंबे समय से नहीं लगाए गए. दीवारों पर टंगे लाल रंग के फायर इंस्टिग्यूशर सजावटी वस्तु बनकर रह गए हैं. कई सोसाइटियों में होज पाइप और फायर अलार्म खराब पड़े हैं. सोसाइटियों के 80 प्रतिशत से अधिक लोग इनका इस्तेमाल नहीं जानते.
लोगों की शिकायत है कि ऊंची मंजिलों पर फ्लैट में रहने वाले किसी भी प्रकार की आपदा के लिए अधिक सतर्क रहने की दरकार होती है. ऐसे में अग्निशमन उपायों को लेकर होने वाली लापरवाही खतरनाक है. फेडरेशन ऑफ क्रॉसिंग रिपब्लिक के अध्यक्ष उज्जवल मिश्रा ने कहा कि जल्द अग्निशमन विभाग से वार्ता कर सोसाइटियों में लगे आग से बचाव के उपकरणों की जांच कराई जाएगी. वहीं, लोगों को जागरूक भी किया जाएगा.
शिकायत पर मरम्मत नहीं हो रही: आग से बचाव के लिए के बारे में जानकारी देने के लिए समय समय पर शिविरों का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा सोसाइटियों में जांच की जा रही है.
राहुल पाल सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी