Gaziabad: 42 चौराहों पर अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे
"चौराहों पर कैमरे लगाने का काम अगले माह शुरू होगा"
गाजियाबाद: शहर की यातायात व्यवस्था को आधुनिक बनाने और अपराधियों पर नजर रखने के लिए शहर के 42 चौराहों पर अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे. इन सभी को नगर निगम में बने कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा. फरवरी में कैमरे लगने का काम शुरू होगा. यह परियोजना छह से आठ माह में पूरी होगी.
जनपद में आठ लाख से ज्यादा वाहन पंजीकृत हैं. इस कारण शहर की सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ता रहा है. इस कारण जाम की समस्या रहती है. सुबह-शाम चौराहे और तिराहों पर भीषण जाम की समस्या रहती है. वाहन चालक यातायात के नियम भी तोड़ रहे हैं. इससे हादसा होने का खतरा रहता है. यातायात के नियम तोड़ने वाले ज्यादातर लोगों पर कार्रवाई हो पाती है. व्यवस्था में सुधार के लिए लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) योजना पर काम किया जा रहा है. इस योजना पर करीब 82 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. दावा है कि योजना पर काम पूरा होने के बाद शहर जाम मुक्त होगा. इससे लोगों को राहत मिलेगी. नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि इस योजना पर तेजी से कार्य कराया जाएगा. इसके लिए नगर निगम में कंट्रोल रूम बनाने का काम अंतिम चरण में है. कैमरे लगाने का काम जल्दी शुरू कर होगा. इसका टेंडर हो चुका है. जल्दी वर्क ऑर्डर जारी होगा. यह परियोजना छह से आठ माह में पूरी होगी. 42 प्रमुख चौराहों पर कैमरे लगाने के बाद यातायात व्यवस्था में सुधार होगा.
अपराधी नहीं बच सकेंगे
नगर निगम आधुनिक कैमरे लगा रहा है. सूत्रों ने बताया पुलिस के वांछित अपराधी जैसे ही शहर में प्रवेश करेंगे तो उनका चेहरे कंट्रोल पर दिखाई देगा. कैमरे उन बदमाशों की सूचना देंगे जिनके फोटो पुलिस ने कंट्रोल रूम में दे रखे होंगे. फेस रिकग्निशन कैमरे (एफआरसी) 50 कैमरे लगाए जाएंगे.
नियम तोड़ा तो चालान
शहर के 15 प्रमुख चौराहों पर रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) सिस्टम और नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरे (एनपीआर) कैमरे लगाए जाएंगे. इनकी मदद से यातायात का नियम तोड़ने वालों का चालान कटेगा. उनका चालान सीधे घर जाएगा.
पैन टिल्ट जूम कैमरे से नहीं बच सकेंगे
110 पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम) कैमरे लगाए जाएंगे. इनसे जूम कर दुर्घटना कर भाग रहे वाहनों की जानकारी ली जा सकेगी. चोरी कर ले जा रहे वाहनों का भी पता लगाया जा सकेगा. इस तरह वाहन चोरों पर भी शिकंजा कसा जाएगा.