मेरठ न्यूज़: पेेट्रोल की पाइपलाइन में सेंधमारी का मामला तो सुना था, लेकिन अब मेरठ में पानी की पाइपलाइन में सेंधमारी का दिलचस्प मामला पकड़ में आया है.
पीने के पानी की पाइपलाइन में ठेकेदार और कर्मचारियों की मिलीभगत से लाखों लीटर पानी सिंचाई के लिए बेचा जा रहा है. इतना ही नहीं पानी टंकी परिसर में कारपेट धुलाई का धंधा भी चल रहा है. गोपनीय शिकायत के बाद जांच में मामला पकड़ा गया. ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने का नोटिस जारी किया गया है. वहीं 100 कारपेट के हिसाब से 10 लाख का जुर्माना लगाया गया है.
नगर निगम अधिकारियों को गोपनीय सूचना मिली कि वार्ड-19 लखवाया और वार्ड-25 फाजलपुर में स्थित पानी की टंकी में गड़बड़ी हो रही है. इस गोपनीय सूचना पर अपर नगर आयुक्त व जीएम(जल) ममता मालवीय और अभियंता दुष्यंत कुमार ने जाकर मौके पर जांच की तो पोल खुल गया. पानी टंकी परिसर में करीब 100 कारपेट की धुलाई कर फैलाकर रखा गया था. टंकी से पीने के पानी का प्रयोग सिंचाई के लिए होता पाया गया. निगम अधिकारी देखकर आश्चर्यचकित रह गए.
जीएम जल और अभियंता पहले फाजलपुर वार्ड-25 स्थित अवर जलाशय पर पहुंचे. कोई भी ठेकेदार का मजदूर सुबह 1130 पर उपस्थित नही मिला. दोपहर 12 बजे लवाया पहुंचे. मौके पर मौजूद एक मजदूर ने बताया कि केवल उक्त टंकी पर एक ही मजदूर है. बाहरी व्यक्तियों द्वारा परिसर की मैन गेट वाल्व भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. परिसर की साफ-सफाई नाम मात्र है. परिसर में जानवर बांधने का काम होता है. इतना ही नहीं परिसर में कारपेट टैन्ट का सामान भी फैलाये गये थे. ठेकेदार फर्म की लापरवाही साफ-साफ नजर आई. निरीक्षण के बाद जीएम जल ने मैसर्स जेएस कान्ट्रैक्टर के प्रतिनिधि हिमांशु बाली को सूचना दी गई. जलकल विभाग के समस्त कार्यों से दो साल के लिए डिबार करने का नोटिस जारी कर दिया गया.
यह मिलीं कमियां
1. पानी टंकी के स्लूस वाल्व संचालन करने का कार्य मेसर्स जेएस कांट्रेक्टर मेरठ को दिया गया है. इनके द्वारा अवर जलाशय पर एक ही मजदूर से कार्य लिया जा रहा है.
2. टंकी पर मौजूद मजदूर ने स्थानीय नागरिको से साठ गांठ कर शुद्ध पेयजल आपूर्ति के पानी को सिंचाई के लिए बेचा जा रहा है,जो नगर निगम के जलकल विभाग के एक्ट के अनुसार अनुचित है.
3. टंकी पर बाहरी नागरिकों की ओर से मेन पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर कारपेट की घुलाई कराई जा रही है. निरीक्षण के दौरान 100 कारपेट धुलाई कर परिसर में फैलाये गये थे, जिसको जब्ज कर कंकरखेड़ा वाहन डिपो पर जमा करा दिया गया है.