आगरा में फल-फूल रहा रंग-बिरंगी तितलियों का संसार

Update: 2023-09-13 04:31 GMT

आगरा: ताज़नगरी में रंग-बिरंगी तितलियों का एक संसार फल-फूल रहा हैं. सूर सरोवर पक्षी विहार से लेकर ताज़ नेचर वॉक में इनका बसेरा हैं. कीठम सेंचुरी में ही 30 प्रजाति की तितलियां पाई जाती हैं. जबकि, जनपद में 60 प्रजातियों की तितली रिकार्ड की हैं. पक्षी वैज्ञानिकों का कहना हैं वेटलेंड की नमी और वनस्पति के कारण तितलियां बढ़ रही हैं. ताज़महल के आसपास उड़ने वाली इन तितलियों को देख सैलानी भी गदगद हैं.

बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसाइटी ने अभी तक जिले में तितलियों की 60 से अधिक प्रजातियों को रिकार्ड किया है. इनमें से लगभग 30 प्रजातियां सूर सरोवर कीठम सेंचुरी में रिकार्ड हुई हैं. इसमें पीकौक पेन्जी, लेमन पेन्जी, ब्लू पेन्जी, चॉकलेट पेन्जी, लेमन इमाईग्रेन्ट, मोटेल्ड इमाईग्रेन्ट, व्हाइट ओरेंज टिप, यलो ओरेंज टिप, डेनेड एगफ्लाई, लाइम बटरफ्लाई, कॉमन मूरमून, कॉमन जे, बल्यू टाइगर, कॉमन ग्रास यलो, कॉमन केस्टर, प्लेन टाइगर, डार्क ब्लू टाइगर, स्ट्रीप्ड टाइगर, इंडियन पायनियर प्रमुख रूप से रिकार्ड हुई हैं. इसके साथ ही आगरा के विभिन्न स्थानों पर कॉमन ईवनिंग बुश ब्राउन, डार्क ब्रान्ड बुश ब्राउन, ब्लू पेरेट, पेन्टेड लेडी, कॉमन रोज, कॉमन लैपर्ड, कॉमन इंडियन क्रो, स्माल ग्रास यलो आदि प्रजातियां रिकार्ड की हैं.

बदल रहा है कीठम का वेटलेंड सेंचुरी की रेंज आफिसर अनामिका सिंह के बताती हैं कि मानसून, बारिश, और वेटलेंड की नमी के कारण तितलियों की ये प्रजातियां देखी जा रही हैं. भारत सरकार ने भी तितलियों के संरक्षण के लिए वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट में इनका पकड़ना भी प्रतिबंधित कर दिया हैं. इनकी बढ़ती संख्या से वेटलेंड सुधार के अच्छे संकेत हैं.

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