महिला ने लिया तंत्र-मंत्र का सहारा, अपने जेठ के दो वर्षीय बेटे की दी बलि
बड़ी खबर
अमरोहा। आज के दौर में अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र, चमत्कार जैसी चीजों पर भरोसा करना एक हद तक अपनी अज्ञानता को बढ़ावा देना है। लेकिन फिर भी कई लोग अंधविश्वास के इस काले घेरे में घिरते जा रहे हैं। ताजा मामला अमरोहा जिले से है। जहां एक चाची ने अंधविश्वास के चलते अपने जेठ के दो वर्षीय बेटे की बलि चढ़ा दी। इस बात का खुलासा पुलिस अधीक्षक आदित्य ने किया। उन्होंने बताया कि महिला ने तांत्रिक के बहकावे में आकर इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया।
जानें क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक आदमपुर के मलकपुर गांव में हुई 2 वर्षीय बच्चे की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि बच्चे के हत्या उसकी चाची ने ही की है। पूछताछ के दौरान आरोपी चाची प्रेमवती ने बताया कि उसकी शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी ओर उसके 3 बच्चे हुए थे। लेकिन वह जीवित नही रह पाए। इसी दौरान आरोपी प्रेमवती हसनपुर कोतवाली इलाके के गांव कालाखेड़ा के रहने वाले तांत्रिक नसीम से मिली। तांत्रिक ने तंत्र क्रिया में महिला को फंसा लिया। जिसके बाद तांत्रिक के बहकावे में आकर महिला ने 2 साल के बच्चे की हत्या कर दी।
चाची ने बच्चे के छोटे-छोटे टुकड़े कर दी बलि
तांत्रिक ने कहने पर महिला ने पहले बकरे की कलेजी पूरे शरीर पर लगाई। जिसके बाद उसी बकरे की कलेजी को ले जाकर गंगा में बहा दिया। वही इसके कुछ समय पछचात महिला ने वापिस आकर पूरी बात तांत्रिक को बताई। जिसके बाद तांत्रिक ने कहा कि आपको एक बच्चे की बलि देनी होगी, तभी आपके बच्चे जी पाएंगे। आरोपी महिला प्रेमवती ने तांत्रिक के बहकावे में आकर अपने पति के सगे भाई के 2 वर्षीय मासूम बेटे एस कुमार को घर से उठा लिया। इसी कड़ी में महिला ने गला दबाकर मासूम की जान ले ली। इसके बाद बच्चे के शव को गंगा किनारे ले जाकर, उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर बलि दे दी।
क्या कहती है पुलिस
पुलिस ने तांत्रिक के काले चिट्ठे का राज खोल कर दोनों को जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक आदित्य ने बताया कि इससे पहले तांत्रिक के साथ में कौन-कौन था और उनसे क्या-क्या काम कराएं हैं। इस पर भी विवेचना की जा रही है। उन्होंने बताया कि गंगा किनारे तंत्र क्रिया के चलते हवन भी किया गया। पुलिस ने दोनों आरोपी को गिरफ्तार करके आलाकत्ल समेत जेल भेज दिया है।