बांदा। प्राथमिक स्कूल के शिक्षक ने मिड डे मील बनाने वाली दो महिला रसोइयों को नौकरी से निकाल दिया. अध्यापक इन महिलाओं को अपने कमरे में बुलाता था. महिलाओं ने कमरे में जाने से इंकार कर दिया, जिससे खफा अध्यापक ने दोनों महिला रसोईयों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और उनकी जगह दूसरी रसोइयों को काम पर रख लिया है. यह आरोप बबेरू तहसील के ग्राम अरमार के प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक पर लगा है. इस संबंध में पीड़ित महिलाओं जिला अधिकारी से Monday को शिकायत की. एक पीड़िता का कहना है कि मैं गांव के प्राथमिक स्कूल में पिछले 14 वर्षों से काम कर रही हूं. बच्चों को नियमित खाना बनाकर खिलाती हूं. कभी बच्चों द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई. इधर, जबसे विद्यालय में बृजेश नामदेव नामक अध्यापक आया है. तब से वह लगातार हमारा शोषण कर रहा है.
पीडिता के मुताबिक उसने कई बार अपने बबेरु स्थित कमरे में बुलाया. इस पर मैंने अध्यापक से अपनी मर्यादा में रहने की सलाह दी थी. लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. उसने कहा कि अगर तुम मेरा कहना नहीं मानोगे तो मैं दूसरे को नौकरी पर रख लूंगा. बाद में उसने फरवरी 2023 को मुझे काम से हटा दिया.
इसी तरह दूसरी रसोईया का कहना है कि मुझसे भी अध्यापक कमरे में आने के लिए दबाव डालता था. मैंने साफ-साफ मना कर दिया. फिर भी वह किसी दूसरी रसोईया को रखने की बात कहता रहता था. जब मैं 13 मई 2023 को स्कूल गई तो अध्यापक में मुझे काम करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि तुम्हारी जगह दूसरी महिला को रसोईया के काम पर लगाया जा रहा है. दोनों पीड़ित महिलाओं ने जिला अधिकारी से अध्यापक के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की. मामले में जिलाधिकारी ने बीएसए को प्रकरण की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.