मेरठ: जैन शिकंजी के संचालक से लाखों की लूट करने वाले दो बदमाशों को मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर घायल कर दिया गया। इन बदमाशों को दोपहर के वक्त ईदगाह चौपले से फायरिंग करते हुए फरार दिखाया गया था। एसएसपी ने पांच टीमें भी बना दी थी और एक टीम को बुलंदशहर रवाना भी कर दिया था। रात के वक्त परतापुर में टोल प्लाजा के पास दोनों बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई। इनमें फरार कराने में मदद करने वाले चार बदमाशों को फरार बताया जा रहा है। घायल बदमाशों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तीन फरवरी को ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र के दिल्ली-देहरादून हाइवे स्थित जैन शिकंजी के मालिक पुठ्ठा निवासी जगदीश जैन शिकंजी आॅफिस से बाहर निकल कर अपने खेत की तरफ जा रहे थे। जब वह सड़क पर घूम रहे थे कि तभी पल्सर सवार दो बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और सिर पर पिस्टल लगाकर सोने की लगभग ढाई तोले की चेन, दो सोने की अंगूठी और एक सोने में जड़े हीरे की अंगूठी और 10000 से भरा पर्स लूटकर फरार हो गए। बदमाशों ने मोबाइल भी लूटा लेकिन बाद में मोबाइल वापस कर दिया।
थाना ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस, एसओजी टीम और सर्विलांस टीम को बदमाशों को पकड़ने के लिये लगाया गया था। पुलिस ने नसीमुद्दीन पुत्र निजाम निवासी मिट्ठेपुर थाना गुलावाठी जनपद बुलन्दशहर और विजय पुत्र प्रेमपाल सिंह निवासी मुर्गी फार्म जयभीमनगर थाना भावनपुर को गिरफ्तार कर उनके पास से एक ऐप्पल फोन 8 प्लस, एक मोबाइल फोन टेक्नो, एक सोने की चेन, तीन सोने की अंगूठी, एक तमंचा 315 बोर, तीन कारतूस और एक बाइक बरामद किया था।
यह थी पुलिस की पटकथा
पुलिस इन शातिर लुटेरों को पकड़ कर पीठ थपाथपा रही थी, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी। शनिवार को दारोगा हिमांशु अवस्थी, सिपाही राहुल, अरुण और राजीव दोनों बदमाशों को अदालत में पेश करने से पहले जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के लिये लेकर जा रही थी। ईरिक्शा पर बदमाशों के साथ तीनों सिपाही बैठे थे जबकि दारोगा हिमांशु बाइक से चल रहे थे।
जब पुलिसकर्मी दिल्ली रोड पर ईदगाह के पास पहुंचे तभी स्विफ्ट कार सवार बदमाशों ने ई-रिक्शा को रोक लिया और फायर कर दिया। इससे अफरातफरी मच गई और ई रिक्शा चालक भी घबरा कर बाहर आ गया। कार सवार बदमाश तेजी से नीचे उतरे और ईरिक्शा में बैठे नसीमुद्दीन और विजय को गाड़ी में बैठाया और ईदगाह के बगल वाले रास्ते से होते हुए रोहटा रोड की ओर फरार हो गए।
पुलिस कस्टडी से दोनों बदमाशों को छुड़ाने की बात पुलिसकर्मियों ने पहले तो नहीं दी और खुद गाड़ी को ढूंढने में लग गए। जैसे ही सूचना फरारी की मिली एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह और सीओ ब्रहमपुरी शुचिता सिंह भी मौके पर पहुंचे। कंट्रोल रूम से तुरंत ही जिले में चेकिंग करने का मैसेज फ्लैश कर दिया गया। कई टीम बनाकर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई।
बदमाशों की फरारी के पीछे बुलंदशहर के मोनू गैंग का हाथ बताया जा रहा है। एक पुलिस टीम बुलंदशहर के लिए भी रवाना हो गई है। एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि स्विफ्ट कार सवारों का पता लगाया जा रहा है जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।
सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिस
टीपी नगर थाने से ईदगाह तक सीसीटीवी कैमरे खंगालने में पुलिस ने पूरा वक्त लगाया। पुलिस को अभी कैमरे में गाड़ी नहीं दिखी है। पुलिस का मानना है कि बदमाशों ने पहले रैकी की होगी इसके बाद भीड़भाड़ वाले इलाके में वारदात को अंजाम दिया ताकि भगदड़ में कोई पीछा न कर सके। इंस्पेक्टर संतशरण का कहना है कि बदमाशों ने फायरिंग की थी, लेकिन भीड़ के कारण दारोगा हिमांशु अवस्थी फायर नहीं कर पाये थे।