गूंजती रहीं चीखें, सिसकियां सुन दहला उठे लोग

Update: 2022-07-18 09:05 GMT

रामपुर में बाईपास पर स्लीपर बस और ट्रक की भिड़ंत से बाईपास से लेकर जिला अस्पताल तक बस में सवार यात्रियों की चीखें गूंजती रहीं। हालांकि पुलिस और एंबुलेंस हादसे की जानकारी के कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंच गई। घायल बस यात्रियों को अस्पताल तक लाने के लिए छह बसें लगाई गईं। अस्पताल में काफी समय अफरा तफरी का माहौल बना रहा। शनिवार देर रात हादसे की जानकारी पर प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद जिला अस्पताल, पटवाई ,शहजादनगर, धमोरा, भोट आदि से छह एंबुलेंस मौके पर बुलाई गईं। इनके माध्यम से घायल बस यात्रियों को अस्पताल भेजा गया। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक साथ बड़ी संख्या में घायल पहुंचने से चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ में हड़कंप मच गया। हालांकि अस्पताल स्टाफ ने तेजी से स्थितियों को संभाल लिया और घायलों को प्राथमिक उपचार देने के साथ भर्ती किया गया।

आला अधिकारियों की टीम अस्पताल भी पहुंची। वहां रोते और परेशान होते कई घायलों की फोन से उनके परिजनों से बात करवाई। कुछ घंटे बाद अस्पताल में हताहतों के परिजनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। अस्पताल पहुंचे उन लोगों की हालत खराब हो गई, जिनका सामना अपनों के शवों से हुआ। मोर्चरी पर रविवार सुबह तक लोगों की सिसकियां गूंजती रहीं तो अस्पताल में भर्ती मरीजों के बीच से कराहने की आवाजें लोगों को भावुक कर रही थीं।

दस माह के दो मासूम, जिन्होंने अभी सही से दुनिया भी नहीं देखी, उनके लिए रामपुर बाईपास पर हुआ हादसा जिंदगी भर न भूलने वाला दर्द दे गया। इन जुड़वा बच्चों की मां भी इस हादसे में दम तोड़ गई। एक बच्चा भी घायल हो गया।

शाहजहांपुर के मोहल्ला तारननगली मोहल्ला निवासी साक्षी (26) की शादी शाहजहांपुर निवासी दीपक के साथ हुई थी। दीपक दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। साक्षी इन दिनों अपने मायके आई हुईं थीं और शनिवार रात को निजी बस से अपने दस माह के जुड़वा बच्चे तेजस और तृप्ति, अपनी बहन प्राची, मां सुनीता और प्राची के पति अरुण के साथ दिल्ली जा रहीं थीं। रामपुर में उनकी बस का हादसा हो गया, जिसमें साक्षी की मौत हो गई।

शाहजहांपुर में उनके ससुराल व मायके वाले उनकी दिल्ली पहुंचने की उम्मीद के साथ घरों पर सो रहे थे। पुलिस के एक फोन ने दोनों परिवारों की नींद उड़ा दी। जैसे ही हादसे की सूचना दीपक को मिली तो वह बाइक से ही दिल्ली से रामपुर के लिए चल पड़े। रास्ते में उनकी बाइक पंक्चर हो गई। जैसे-तैसे वह रामपुर अस्पताल पहुंचे तो पत्नी की मौत के बाद अपने अबोध बच्चों को देखकर फफक पड़े।

आपको बता दें कि रामपुर जिले में शाहजहांपुर से सवारियां लेकर दिल्ली जा रही स्लीपर बस शनिवार देर रात सामने से आ रहे लंबी बॉडी के ट्रक से टकरा गई। हादसे में निजी बस के चालक और एक हेल्पर समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 47 लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से भाग हो गया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचवाया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। हादसा सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात 12 बजे के आसपास हुआ।

बस में सवार मुसाफिरों के मुताबिक शाहजहांपुर से दिल्ली जा रही स्लीपर बस बाईपास से गुजरते समय एक वाहन को ओवरटेक कर रही थी। ओवरटेकिंग के दौरान बस सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। बस में चालक व दो हेल्पर के अतिरिक्त करीब 50 लोग सवार थे।

रात के अंधेरे में बस और ट्रक की भिड़ंत से हुई तेज आवाज ने आसपास से गुजरते वाहनों के चालकों का ध्यान खींचा। उनकी सूचना से पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस बुलाकर हताहतों को जिला अस्पताल पहुंचवाया। जहां चिकित्सकों ने छह लोगों को मृत घोषित कर दिया।

Tags:    

Similar News

-->