गाजियाबाद: फॉल्ट ठीक करने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़े कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि जेई ने निलंबन की धमकी देकर लाइनमैन की बजाय एसएसओ को फॉल्ट ठीक करने भेज दिया. हैरत की बात यह है कि इस दौरान शट डाउन भी नहीं लिया, जिसके चलते हाईटेंशन लाइन के करंट से उसकी मौत हो गई.
रात हुई घटना के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. नगर कोतवाली पुलिस ने लालकुआं बिजलीघर पर तैनात जेई और लाइनमैन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है. विजयनगर बाइपास पर सुदामापुरी स्थित लाल फ्लैट में रहने वाले मान सिंह का कहना है कि उनका 34 वर्षीय बेटा ललित कुमार लालकुआं बिजलीघर पर एसएसओ (सब स्टेशन ऑपरेटर) के पद पर कार्यरत था. रात वह बिजलीघर पर ड्यूटी दे रहा था. रात करीब 11 बजे बिजलीघर पर तैनात स्टाफ के लोगों ने फोन किया है. कर्मचारियों ने ललित को करंट लगने की बात कहते हुए यशोदा अस्पताल बुलाया. वह आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां बेटा ललित मृत अवस्था में था. मान सिंह का कहना है कि उन्होंने बिजलीघर पर तैनात कर्मचारियों से जानकारी ली तो विद्युत निगम के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई.
लाइनमैन ने खुद को नशे में बताया तो जेई ने एसएसओ को धमकाया मान सिंह के मुताबिक, कर्मचारियों ने बताया कि रात ललित कुमार के साथ लाइनमैन प्रमोद बिजलीघर पर था. रात करीब दस बजे जेई नीरज शर्मा मे प्रमोद को फोन करके मेट्रो के पिलर नंबर-दो के पास 11 हजार केवी की लाइन में हुए फाल्ट को ठीक करने के लिए कहा. प्रमोद ने शराब के नशे में होने का हवाला देते हुए जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद जेई ने प्रमोद के फोन पर ही ललित से बात की और फाल्ट ठीक करने को कहा. ललित ने कहा कि वह एसएसओ है और दिव्यांग है, लिहाजा लाइनमैन का काम नहीं कर सकता. आरोप है कि इस पर जेई ने निलंबित करने की धमकी देते हुए ललित पर फाल्ट ठीक करने का दबाव डाला.
लाइनमैन ने शट डाउन दिए बिना ही हामी भर दी मान सिंह का कहना है कि निलंबन की धमकी के बाद ललित 11 हजार की लाइन पर काम करने चला गया. प्रमोद ने बिजलीघर पर तैनात दूसरे लाइनमैन रणपाल से शट डाउन देने को कहा. रणपाल ने फोन पर शट डाउन दे दिए जाने की बात कही तो प्रमोद ने ललित को पोल पर चढ़ा दिया. आरोप है कि शट डाउन न होने के कारण लाइन में करंट दौड़ रहा था, जिसकी चपेट में आकर ललित की मौके पर मौत हो गई.