लखनऊ न्यूज़: नगर निगम की कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों के ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी. आरआर विभाग परिसर में गाड़ियां खड़ी कर हंगामा व प्रदर्शन शुरू कर दिया. हड़ताल की वजह से विभिन्न इलाकों से कूड़ा नहीं उठ पाया.
नगर निगम ने एक ड्राइवर के खिलाफ डीजल चोरी की एफआईआर दर्ज करायी थी. इसके बाद पुलिस ने कार्यदायी संस्था के एक ड्राइवर को पकड़कर जेल भेज दिया. इससे नाराज सैकड़ों ड्राइवर हड़ताल पर चले गए. कर्मचारियों ने आरआर विभाग से गाड़ियां निकालीं ही नहीं. यहां बने पेट्रोल पम्प को भी बंद करा दिया. मुख्य अभियन्ता संजय कटियार ने समझाया पर वे नहीं माने. अपर नगर आयुक्त पंकज सिंह व अधिशासी अभियन्ता पीके सिंह पहुंचे तो कर्मियों ने कहा कि जेल भेजा गया ड्राइवर निर्दोष है. अपर नगर आयुक्त ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वह कर्मचारियों के खिलाफ नाइंसाफी नहीं होने देंगे. अगर कर्मचारी निर्दोष है तो केस वापस होगा. दोपहर बाद कर्मचारियों ने गाड़ियां निकालीं.
45 अवैध टाउनशिप ध्वस्त की जाएंगी: जिले में अवैध टाउनशिप खड़ी करने वाले 45 बिल्डरों पर कार्रवाई तय है. इन बिल्डरों ने जिला पंचायत की ओर से भेजे गए दोनों नोटिस का जवाब नहीं दिया है. मियाद पूरी होने जा रही है. यदि कार्रवाई होती है तो पहली बार जिला पंचायत एलडीए या नगर निगम की तरह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा.
नक्शा पास न कराने या अपनी परियोजना दस्तावेजों में कम दिखाने वाले 45 बिल्डरों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है. एक नोटिस पर जवाब न आने के बाद जिला पंचायत की ओर से इन डेवलपरों को दूसरा नोटिस भेजा गया. जिला पंचायतों की शक्ति जनवरी में सरकार ने बढ़ा दी थी. यानी अब जिला पंचायत एलडीए या नगर निगम की तरह कार्रवाई कर सकती हैं.