गाजियाबाद: गांव सीकरी खुर्द स्थित महामाया देवी मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए रात से शाम तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. इससे कतार में खड़े एक बीमार बुजुर्ग की तबियत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं, छह महिलाएं बेहोश हो गईं.
हरियाणा के सोनीपत निवासी 55 वर्षीय राजवीर सिंह परिवार के साथ महामाया देवी मंदिर में पूजा के लिए आए थे. रात करीब साढ़े नौ बजे वह प्रसाद चढ़ाने के लिए लाइन में खड़े हुए. अधिक भीड़ होने के कारण उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई. उन्हें मोदीनगर स्थित सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. सीएचसी प्रभारी डॉ. कैलाशचंद्र ने बताया कि राजवीर सिंह को जब अस्पताल लाया गया था तो उनका ऑक्सीजन लेवल 68 था. ऑक्सीजन कम होने से उन्हे कॉडियेक अटैक हुआ और उनकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि वह फेफड़ों की बीमारी से ग्रस्त थे. परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया. वहीं, तड़के तीन बजे मंदिर परिसर में प्रसाद चढ़ाने के लिए कतार में खड़ी छह महिलाएं बेहोश हो गईं. इससे अफरातफरी का माहौल बन गया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और स्वयंसेवकों ने इन्हें वहां से निकाला और हालात को काबू में किया.
ज्यादा भीड़ से अफरातफरी का माहौल बन गया था. हालांकि भीड़ नियंत्रित कर लिया. जगह जगह सीसीटीवी कैमरों से पूरे मेले पर नजर रखी जा रही है. लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है. -रितेश त्रिपाठी, एसीपी, मोदीनगर
मंदिर के मेन गेट पर बेरिकेडिंग लगाने से परेशानी
मेले में स्वास्थ्य विभाग की और से दो मेडिकल कैंप लगाए गए हैं. मेले परिसर में दो एंबुलेंस लगाई है. जिनकी तबीयत बिगड़ रही है, उनको ओआरएस का घोल दिया जा रहा है. -डा.भवतेष शंखधर, सीएमओ, गाजियाबाद
प्रशासन द्वारा भीड़ को नियंत्रण करने के लिए मंदिर के मुख्य गेट पर बेरिकेंडिग लगा दी गई. जिस कारण श्रद्वालुओं को घूमकर आकर मंदिर में प्रवेश करना पड़ रहा है. इसके चलते एकाएक मंदिर परिसर में भीड़ हो जा रही है. मंदिर के पुजारियों ने पुलिस प्रशासन से बेरिकेंडिग हटाने की मांग की . कुछ लोगों ने मंदिर में अव्यवस्था का आरोप भी लगाया.
श्रद्धालुओं के सैलाब से मेरठ मार्ग पर जाम लगा
सप्तमी पर महामाया देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. लोग अपने-अपने वाहनों से मंदिर की ओर जा रहे है. मेले में जाने वाले वाहनों की अधिकता के चलते सुबह से ही दिल्ली-मेरठ मार्ग पर जाम लगना शुरू हो गया. शाम तक जाम लगा रहा. इससे वाहनों की लंबी कतार लग गई.
भीड़ को नियंत्रण करने के लिए दावे फेल हुए
इस बार भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस कमिशनर द्वारा मेले में 350 पुलिसकर्मियों की डयूटी लगाई गई. लेकिन अधिक भीड़ आने के कारण व्यवस्था चरमरा गई. पुलिस भीड को नियंत्रण करने में विफल रही. वहीं मंदिर के पुजारी देवेन्द्र शास्त्रत्त्ी ने बताया कि सप्तमी के दिन एक लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे.
सप्तमी के दिन मंदिर में एक लाख से अधिक श्रद्वालुओं ने प्रसाद चढ़ाकर पूजा की. अठमी-नवमी में भीड़ बढ़ने की संभावना है. प्रशासन से भीड़ नियंत्रण के लिए उचित इंतजाम करने का आग्रह किया है.-देवेन्द्र शास्त्रत्त्ी, मुख्य पुजारी महामाया देवी मंदिर