ई-डिस्ट्रिक्ट योजना को बेहतर ढंग से लागू करने में राजधानी लखनऊ की हालत सबसे खराब
बरेली न्यूज़: आय-जाति और निवास प्रमाण पत्र जारी करने में लखनऊ प्रदेश में सबसे फिसड्डी है. यहां आय-जाति और निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए 20077 आवेदन इंतजार कर रहे हैं. खीरी प्रदेश में दूसरे स्थान पर है. यहां 18858 आवेदन लंबित है. बदायूं में 10495 आवेदन लंबित होने से यह जिला प्रदेश में फिसड्डी जिलों में तीसरे नंबर पर है. वहीं बरेली 24वें स्थान पर है.
ई-डिस्ट्रिक्ट योजना के तहत आय-जाति, निवास प्रमाण पत्र के साथ दिव्यांग प्रमाण पत्र, राशन कार्ड और पेंशन समेत कई सुविधाएं दी जाती हैं. आवेदन करने के साथ ही अधिकारियों को अधिकतम 20 दिन में निस्तारण करना होता है. आवेदन करने वाले व्यक्ति प्रमाण पत्र जारी करना होता है. ई-डिस्ट्रिक्ट योजना में सरकारी मशीनरी हीलाहवाली कर रही है. कई-कई महीने से आवेदन निस्तारण के इंतजार में अटके पड़े हैं.
प्रमाण पत्र बनाने में सबसे आगे श्रावस्ती और पीलीभीत
ई-डिस्ट्रिक्ट योजना के तहत प्रमाण पत्र जारी करने में श्रीवस्ती पहले स्थान पर है. यहां 2895 आवेदन पेंडिंग हैं. कोई भी लंबित आवेदन छह महीने पुराना नहीं है. पीलीभीत टॉप दूसरा जिला है. यहां सिर्फ 6125 आवेदन लंबित हैं. कोई भी आवेदन तीन महीने से अधिक पुराना नहीं है.
● लखीमपुर खीरी है प्रदेश में दूसरे स्थान पर
ज्यादा पेंडेंसी वाले 10 जिले
लखनऊ, खीरी, बदायूं, बागपत, रायबरेली, मऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, चंदौली और अयोध्या.
आवेदनों के निस्तारण की लगातार समीक्षा हो रही है. हर स्तर पर आवेदन पत्र की पेंडेंसी को समाप्त करने के निर्देश दिए गए हैं. जल्दी पेंडेंसी समाप्त हो जाएगी. -ऋतु पूनिया, एडीएम प्रशासन