साढ़े चार हजार गर्भवतियों को घर छोड़ना ही ‘भूल’ गई एंबुलेंस

Update: 2023-04-26 08:21 GMT

मुरादाबाद न्यूज़: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच कराने के लिए मुफ्त दी गई परिवहन सुविधा में झोल सामने आया है. महिलाओं की कॉल पर उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस उनके घर पहुंची. उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन एंबुलेंस ने कई महिलाओं को अस्पताल से घर वापस नहीं पहुंचाया. हकीकत सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई. वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्वास्थ्य जांच के लिए गर्भवती को घर से अस्पताल व अस्पताल से घर पहुंचाने के लिए निशुल्क एंबुलेंस सेवा पर जोर दिया गया. मुरादाबाद में एक साल में 15 हजार 737 महिलाएं घर से अस्पताल एंबुलेंस में पहुंचाई गईं, लेकिन, इनमें से सिर्फ 11 हजार 381 महिलाओं को ही वापसी एंबुलेंस की सुविधा मिली होने की हकीकत सामने आई. अधिकारियों ने किसी अन्य साधन का इस्तेमाल कर लिए जाने का अंदेशा जताया.

स्वास्थ्य जांच के लिए महिलाएं निशुल्क एंबुलेंस के जरिये घर से अस्पताल पहुंचें और वहां से एंबुलेंस से ही घर पहुंचाई जाएं, इस व्यवस्था को शत प्रतिशत लागू कराने के लिए सभी स्तरों पर अब कड़ी निगरानी होगी. लापरवाही पर कार्रवाई होगी.

-रघुवीर सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन.

सुरक्षा संबंधी खतरे के मद्देनजर अफसर अब गंभीर

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने माना कि स्वास्थ्य जांच के बाद एंबुलेंस से ही महिलाओं को घर भेजे जाने की व्यवस्था में आने वाली कोई भी दिक्कत या लापरवाही उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है. विभागीय तौर पर हुई सरसरी जांच में कुछ महिलाओं के ट्रैक्टर पर सवार होकर अस्पताल से घर लौटने की बात सामने आई है. मामले को गंभीरता से लिया गया है. संबंधित विभागीय अधिकारियों ने सभी गर्भवती महिलाओं का अस्पताल और वहां से घर एंबुलेंस से ही पहुंचना सुनिश्चित कराने को गंभीरता दिखाना शुरू कर दिया है. ताकि किसी भी महिला व परिजनों को परेशानी का सामना न करना पड़े.

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