पीलीभीत: मंदिर के पुजारी को गांव वालों शराब पीने और मांस न खाने की नसीहत दी. पुजारी ने ऐसा करने से जब इंकार कर दिया तो उसे बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. यह सनसनीखेज वारदात पीलीभत के अमरिया थाना में आने वाले जिठानिया गांव की है. पुलिस ने हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में इस्तेमाल किये गए लाठी-डंडे आरोपियों के पास से बरामद कर लिए गये हैं.
नदी किनारे फेंक दिया था शव
दरअसल, जिठानिया गांव में महादेव का मंदिर है. यहां 3 साल से बाबा ऋषि गिरी उर्फ मदनलाल पूजारी का काम करते थे. बताया जाता है कि कुछ समय से वह शराब पीने और मांस का सेवन करने लगे थे. यह बात कुछ लोगों को नागवार गुजर रही थी. दो दिन पहले पुजारी मंदिर से गायब मिले. इसकी रिपोर्ट गांव के सरजीत सिंह ने थाने में दर्ज करवाई. इस बीच 7 जुलाई को पुजारी का शव गांव के बाहर नदी किनारे मिला. इसके बाद पुलिस ने पुजारी ऋषिगिरी की पत्नी कलावती की शिकायत पर इस मामले में अपराध दर्ज कर हत्या की जांच शुरू की.
सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
पुलिस ने तफ्तीश शुरू करते हुए सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाला. इसमें पता चला कि सा पुजारी गांव के ही नन्हे के साथ बाइक से जा रहा था. पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि कई दिन से पुजारी को शराब नहीं पीने और मांस न खाने की चेतावनी दी जा रही थी. इसके बाद भी वह नहीं माना. इस पर उसने धनराज व मुखिया ऊर्फ जमुना प्रसाद के साथ मिलकर पहले पुजारी को शराब पिलाई और बाद में लाठी-डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी. आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद शव गांव के बाहर जा कर फेंक दिया. पुलिस ने तीनों का चालान न्यायालय भेजा है.