खतौली: नगर निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशी व भाजपा से बगावत करके अपने सारथी को निर्दलीय चुनाव लड़ाने वाले पूर्व चेयरमैन पारस जैन को लेकर आपस में दो फाड़ हुए भाजपाइयों के बीच खाई दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। मामूली बात को लेकर भाजपाइयों के बीच हुआ विवाद लखनऊ तक पहुंच गया और यूपी पुलिस ने मुज़फ्फरनगर पुलिस को जांचकर कार्यवाही के भी निर्देश दे दिए है। इस विवाद का असर बीजेपी के नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति तक भी पहुँच रहा है।
खतौली में निकाय चुनाव में बीजेपी में पैदा हुई फूट लगातार बढ़ती जा रही है,इसका असर बीजेपी ने नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति तक भी पहुँचने की चर्चा है। बीती चार जून को कस्बे के घंटाघर पर सड़क किनारे खड़ी ईको स्पोर्ट्स कार का चालक बिना कारण बार बार सायरन बजाकर रौब ग़ालिब कर रहा था। बताया गया कि चालक की बगल वाली सीट पर बैठा युवक खतौली निवासी रजत जैन भाजपा का जिला मीडिया प्रभारी और ड्राइविंग सीट पर बैठा युवक बीजेपी का जिला कार्यालय प्रभारी मनीष था।
बताया गया कि घंटाघर पर चाट खा रहे नगर निवासी भाजपा कार्यकर्ता हिमांशु शर्मा द्वारा बार बार सायरन बजाने का विरोध करने पर कार सवार दोनों युवक आपा खोकर गाली गलौच और मारपीट करने पर उतर आए थे। आरोप है कि ईको कार चालक ने हिमांशु शर्मा को टक्कर मारने का प्रयास भी किया था। चार जून की शाम को हिमांशु शर्मा ने रजत जैन व अज्ञात कार चालक के विरुद्ध थाने में तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की मांग पुलिस से की थी।
चर्चा है कि हिमांशु शर्मा के साथ अभद्रता करने वालों के अपनी ही पार्टी से जुड़े होने की जानकारी होने के बावजूद भाजयुमो नगर अध्यक्ष गुरुदत्त अरोड़ा व भाजपा नेता पुनीत अरोड़ा ने पांच जून को कोतवाल मुकेश कुमार से मिलकर कार्यवाही किए जाने की मांग की थी। जिस पर कोतवाल मुकेश कुमार ने हिमांशु शर्मा के साथ दो सिपाहियों को घंटाघर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालकर मामले की जांच पड़ताल करके लाने को रवाना कर दिया था।
मौके पर पहुंचे सिपाहियों ने घंटाघर पर खड़ी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी की ईको स्पोर्ट्स कार को हिमांशु शर्मा के साथ मारपीट करने वाले आरोपी की कार होने की गफलत में ड्राइविंग सीट पर बैठे युवक को कार से नीचे उतार लिया था। इसका पता चलते ही पूर्व जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने सिपाहियों की क्लास लगाने के साथ ही हिमांशु शर्मा को भी खरी खोटी सुनाई थी। इसके बाद कुछ भाजपाइयों ने हिमांशु शर्मा और रजत जैन के बीच फैसला कराकर हिमांशु शर्मा से उलटे गुरुदत्त अरोड़ा के ही खिलाफ थाने में तहरीर दिलवा दी थी।
बताया गया कि पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना किए जाने पर भाजयुमो नगर अध्यक्ष गुरुदत्त अरोड़ा से अदावत रखने वालों ने हिमांशु शर्मा को उकसाकर यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल पर शिकायत करा दी थी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने मुज़फ्फरनगर पुलिस को मामले में कार्यवाही के निर्देश दे दिए। इसी बीच मामला हाईलाइट होने पर सक्रिय हुए कुछ भाजपाइयों ने 6 जून को हिमांशु शर्मा और गुरुदत्त अरोड़ा को आमने सामने बैठाकर प्रकरण का पटाक्षेप करा दिया था ।
चर्चा है कि नगर निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशी और पारस जैन समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी को लेकर आपस में दो फाड़ हुए कस्बे के भाजपाइयों के बीच खाई घटने के बजाए दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जिसका असर बीजेपी के नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति पर भी पड़ने की चर्चा है। निकाय चुनाव में खतौली से बीजेपी के प्रत्याशी रहे उमेश कुमार ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सैनी से मुलाकात कर एक लिखित शिकायत दी थी।
उमेश कुमार ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान के कहने पर उन्होंने पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष सुधीर सैनी को चुनाव में मदद करने के लिए एक ‘लिफाफा’ दिया था। उमेश कुमार और निकाय चुनाव के प्रभारी कँवर सैन जैन ने सुधीर सैनी समेत श्याम रहेजा, राकेश प्रजापति और मोहित जैन पर पार्टी प्रत्याशी के विरोध करने का आरोप लगाया था।
सुधीर सैनी फिलहाल भारतीय जनता पार्टी में नए जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक विजय शुक्ला के स्थान पर नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति में सुधीर सैनी और महामंत्री विनीत कात्यान के नाम शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान, सुधीर सैनी को जिला अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं, वही राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल समेत जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला व संगठन से जुड़े अन्य लोग विनीत कात्यान को नया जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। विनीत के पिता प्रेम जी बुढ़ाना इस समय संघ में प्रमुख पद पर भी तैनात हैं।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं को शिकायत की गई है कि जो व्यक्ति पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के चुनाव में भी ‘लिफाफे’ लेकर मदद का वादा करता है और निर्दलीय प्रत्याशी की मदद करता है। ऐसे व्यक्ति को पार्टी का जिला अध्यक्ष क्यों नियुक्त किया जाए। सूत्रों के मुताबिक पार्टी में सुधीर सैनी को लेकर जबरदस्त विरोध चल रहा है, जबकि मंत्री संजीव बालियान, सुधीर सैनी को ही जिलाध्यक्ष बनवाने पर अड़े हुए है। जल्द ही पार्टी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति होने की सम्भावना है, जिसमे कौन गुट बाजी मारता है इस पर सबकी नज़र लगी हुई है।