पत्नी को नहीं मिला अवकाश तो धरने पर बैठे सुदामा
मामले की जांच उच्चाधिकारियों से कराए जाने की मांग
बस्ती: बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षिका पत्नी को सीसीएल अवकाश स्वीकृत न होने के विरोध में समाजसेवी चंद्रमणि पांडेय ‘सुदामा’ बीएसए कार्यालय परिसर में अकेले ही धरने पर बैठ गए. उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर उत्पीड़न व धन उगाही का गम्भीर आरोप लगाते हुए मामले की जांच उच्चाधिकारियों से कराए जाने की मांग की है.
उनका कहना है कि उनके दो बच्चे इस वर्ष हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, पत्नी ने परीक्षा की तैयारियों के लिए सीसीएल अवकाश के लिए एक माह पूर्व ही अधिकारियों को अवगत कराया था. उस समय यह कहकर टाल दिया गया कि समय आने पर अवकाश स्वीकृत होगा. परीक्षा नजदीक आने पर जब ऑनलाइन अवकाश के लिए आवेदन किया तो अब यह कहकर इसे रिजेक्ट कर दिया गया कि उनकी ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी है, अवकाश नहीं मिलेगा. सुदामा का आरोप है कि उनके ही ब्लॉक में अन्य शिक्षिकाओं को सीसीएल अनुमन्य किया गया है. अधिकारियों की जी हुजूरी व उनकी मांग पूरी करने वालों का काम यहां किया जाता है. यह लूट व भेदभाव का बड़ा जरिया है, समय पर अवकाश न मिलने से इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है. उन्होंने चेतावनी दी है कि न्याय मिलने तक धरना जारी रहेगा. उच्च न्यायालय में भी मामले को ले जाया जाएगा.
बोर्ड परीक्षा चल रही है, कम दिन का अवकाश लेने पर करेंगे स्वीकृत बीएसए अनूप कुमार ने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षा चल रही है. शिक्षिका निर्मला पांडेय प्राथमिक स्कूल महेवा कुंवर में केवल दो शिक्षिकाएं तैनात हैं. एक की बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी है. दूसरी शिक्षिका निर्मला पांडेय हैं. इनको अवकाश देने पर विद्यालय बंद हो जाएगा. यह आख्या बीईओ ने दिया तो अवकाश रद्द हो गया. हालांकि मैंने कम दिन का अवकाश मांगने की सलाह दी और कहा कि दूसरी शिक्षिका के आने पर अवकाश बढ़ा दिया जाएगा. लेकिन शिक्षिका के पति नहीं माने और धरने पर बैठ गए हैं. इस समय उच्चाधिकारियों ने भी अवकाश पर रोक लगाया है.