लखनऊ न्यूज़: एलडीए के ऐशबाग टावर की जांच में मानक के विपरीत घटिया निर्माण उजागर हुआ है. मुख्य बिल्डिंग, कम्युनिटी सेंटर से लेकर सड़क तक बनाने में मानकों की अनदेखी की गई.
रेलवे की संस्था राइट्स ने बाबे इन्फ्राटेक के कार्यों की थर्ड पार्टी जांच में भारी गड़बड़ी पकड़ी है. राइट्स ने जांच रिपोर्ट के साथ एलडीए से कार्रवाई की भी संस्तुति की है.
राइट्स ने ठेकेदार पर जांच में कोई सहयोग न करने का आरोप लगाया है. बिल्डिंग में लगने वाले बाथरूम फिटिंग्स, टॉयलेट सीट आदि का सैंपल तक जांच एजेंसी को नहीं दिखाया. जांच में मानक के विपरीत बाथरूम में फिटिंग व अन्य चीजें लगी मिली हैं. ऐशबाग टावर में कुल 248 फ्लैट बने हैं. इनकी कीमत 45 लाख से लेकर 1.20 करोड़ तक है.
बिजली की फिटिंग में भी गड़बड़ी क आशंका पूरी इमारत में बिजली के काम में भी काफी गड़बड़ी की आशंका जताई गई है. फिटिंग से लेकर केबल, तार तथा तमाम उपकरण भी लगाए गए हैं. एजेंसी को राइटस संस्था को इसका सैंपल उपलब्ध कराना था लेकिन इसे भी नहीं उपलब्ध कराया.
पार्किंग एरिया के बेस कोर्स में भी घटिया निर्माण पार्किंग एरिया के बेस कोर्स में इंटरलॉकिंग टाइल्स के नीचे कूड़ा, सूखा वेेस्ट मसाला एवं कंक्रीट डालकर बेस तैयार किया गया है. जबकि नीचे आरसीसी बननी थी. जीएसबी आदि डालकर ड्राइंग के अनुसार बेस तैयार किया जाना था. बिल्डर और ठेकेदार ने पार्किंग एरिया की स्वीकृत स्ट्रक्चर डिजाइन भी राइट्स को नहीं दी. जिसके कारण जांच में दिक्कतें आईं.
दरवाजे भी घटिया राइट्स ने अपनी रिपोर्ट में दरवाजों के भी घटिया होने की आशंका जताई है. दरवाजे की भी अप्रूवल नहीं ली गयी है. जिसके कारण गुणवत्ता रिपोर्ट नहीं दी जा सकी है. यूपीवीसी विंडो की गुणवत्ता की जांच नहीं हो पाई. क्योंकि ठेकेदार ने बिना एलडीए से स्वीकृत कराए कार्य कर दिया.