Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: दुदही विकास खंड के कंपोजिट विद्यालय भगवानपुर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित चिकित्सा शिविर में किशोरी छात्राओं को मासिक धर्म के प्रति जागरूक करते हुए सेनेटरी पैड वितरण किया गया। इस दौरान 112 छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।
छात्राओं को संबोधित करते हुए दुदही सीएचसी की एमओ डा. पूनम यादव ने कहा कि मासिक धर्म अभी भी प्रतिबंधों से घिरी हुई है। लेकिन मासिक धर्म शर्म की बात नहीं अपितु स्त्रियों के लिए गर्व का विषय है। सहायक अध्यापक नीतू यादव ने कहा कि मासिक धर्म के बारे में जानकारी की कमी और गलत धारणाओं के कारण लड़़कियों से भेदभाव किया जाता है। जिसके कारण, लड़कियों की मानसिकता पर ही नहीं, लड़़कों की मानसिकता पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। लड़़कियां हीन भावना से ग्रस्त हो जाती हैं और लड़़के भी उन्हे कमतर समझने लगते हैं। अनीता कुशवाहा ने मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता व सेनेटरी पैड के महत्व को समझाते हुए छात्राओं की झिझक को दूर किया। मेडिकल कैंप में डा. पूनम यादव डा. सुभाष यादव व फिजियोथैरेपिस्ट रवि प्रकाश की टीम ने 112 छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यकतानुसार नि:शुल्क दवाएं वितरित की। रक्त अल्पता, सर्दी-जुकाम, खांसी-बुखार, त्वचा रोग, आंख-कान व पेट के रोगों आदि का परीक्षण किया।
स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान छात्रों को भोजन से पहले हाथ साफ करने का तरीका बताया गया। चिकित्सकों ने बदलते मौसम में स्वस्थ रहने के टिप्स बताते हुए कहा कि इस दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए छात्रों को अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोना चाहिए, खासकर भोजन से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक विमलेश प्रताप सिंह, धनन्जय मिश्र, नन्हे प्रसाद, अनूप, राकेश , रविकिशन, खुशबू, खुशी, जानकी, कविता , तराना, ज्योति, दयासागर, नीलू, निभा, बंधन, रोशन, ललिता, मंजनी, खुशी, रानी आदि उपस्थित रहे।