मेरठ: परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र निवासी छात्रा सदफ शनिवार को नगर के एएस इंटर कॉलेज में 10वीं की परीक्षा देने के लिए केंद्र पर पहुंची। परीक्षा देते समय छात्रा की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद छात्रा को गंभीर हालात में नगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि एएस इंटर कॉलेज मवाना में शनिवार को प्रथम पाली में कक्षा 10वीं का कला का पेपर था, जिसमें 586 छात्र-छात्राएं परीक्षा दे रहे थे। परीक्षा के दौरान लगभग 10:30 बजे केंद्र व्यवस्थापक डा. मेघराज सिंह, बाह्य केंद्र व्यवस्थापक रुबी देवी सचल दल के सदस्यों छाया गर्ग, अर्चना तिवारी, कृष्ण चंद, डा. राजीव कुमार, प्रीतम सिंह, विकास कुमार परीक्षा प्रभारी सचिन कुमार, सह प्रभारी डा. अरविंद यादव और निशिकांत शर्मा के साथ निरीक्षण पर थे तभी अचानक से कक्ष निरीक्षक ने बताया कि एक छात्रा की तबीयत खराब होती जा रही है।
प्रधानाचार्य डा. मेघराज सिंह के आदेश पर सचल दल की महिला सदस्यों के द्वारा छात्रा को उठाकर गोद में बाहर लाया गया तत्काल प्रधानाचार्य के द्वारा दूरभाष पर इसकी सूचना एसडीएम अखिलेश यादव तथा सीएचसी प्रभारी अरुण कुमार को दी गई। एसडीएम ने दूरभाष पर तत्काल विद्यालय में एंबुलेंस सहित टीम भेजने के निर्देश सीएचसी प्रभारी को निर्गत किए साथ ही दूरभाष पर प्रधानाचार्य को भी अवगत कराया कि उन्होंने सीएचसी प्रभारी को बता दिया गया है
और तत्काल टीम एंबुलेंस सहित उपलब्ध कराई जा रही है। इस दौरान एसडीएम बार-बार संपर्क में रहे की टीम विद्यालय में पहुंची या नहीं पहुंची। 20 मिनट बाद पुन: केंद्र व्यवस्थापक के द्वारा सीएचसी प्रभारी से जानकारी प्राप्त की गई तब उन्होंने कहा कि आपको 108 पर सूचना देनी चाहिए थी। तत्काल 108 पर सूचना दी गई 108 पर सूचना के बाद पता चला की एंबुलेंस बहसूमा से आएगी उसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ को तत्काल सूचना दी गई। उन्होंने कहा में आदेशित करता हूं कि तत्काल चिकित्सा एंबुलेंस सहित उपलब्ध कराई जाए।
उधर, छात्रा की तबीयत लगातार बिगड़ने पर जिला विद्यालय निरीक्षक मेरठ राजेश कुमार से वार्ता करने के उपरांत उन्होंने दूरभाष पर आदेशित किया की तत्काल केंद्र से छात्रा को टैक्सी से सीएचसी तक भेजा जाए। उसके उपरांत विद्यालय से अपने निजी वाहन से शिक्षिकाओं के साथ छात्रा को सीएचसी में भर्ती कराया गया तथा इसकी सूचना डीएम दीपक मीणा को दी गई और इस प्रकार की समस्या के निदान के लिए चिकित्सा विभाग को निर्देशित करने के लिए आग्रह भी डीएम से किया गया है।