एसटीएफ ने अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश

Update: 2022-10-16 06:26 GMT

लखनऊ न्यूज़: उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। शनिवार को यूपी एसटीएफ कोई बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल हुई है जिसमे प्रदेश के विभिन्न जनपदों से साल्वरो एवं अभ्यर्थियों सहित कुल आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यूपी एसटीएफ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जनपदों में कुल 1899 परीक्षा केंद्रों पर चार पालियों में प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा का आयोजन किया था। इसमें देशभर से कुल 37,58 209 अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं। सरकार की नकल विहीन परीक्षा कराने के संकल्प को एसटीएफ पूरा करने में जुटी है। एसटीएफ इस प्रकार की सभी परीक्षाओं की पहले से निगरानी कर रही है। इसी क्रम में एसटीएफ को सूत्रों से जानकारी मिली कि विभिन्न जगहों पर पीईटी परीक्षा में सेन्ध लगाकर गिरोह पैसा लेकर परीक्षा दिला रहा है। जिसके बाद से ही एसटीएफ की टीम ने विभिन्न जनपदों में एक साथ छापेमारी कर विभिन्न परीक्षा केंद्रों से पेशेवर साल्वरो को गिरफ्तार किया। इस अंतरराज्यीय गिरोह के शनिवार की प्रथम पाली में उन्नाव जनपद से थाना सदर कोतवाली के आदर्श विद्या मंदिर गीतापुरम परीक्षा केंद्र पर 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया जो दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे। इनमें पुष्पेंद्र यादव पुत्र अमृतलाल यादव जनपद प्रयागराज, सत्यम कुमार पांडे पुत्र श्याम सुंदर पांडे बिहार राज्य से और अंकित कुमार मौर्य पुत्र नेमचंद मौर्य निवासी प्रयागराज जो सहयोगी के रुप में गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से कूटरचित आधार कार्ड, एडमिट कार्ड एटीएम, निर्वाचन कार्ड, रेल टिकट और तीन मोबाइल भी बरामद किए गए।

वही गिरफ्तार सत्यम ने बताया कि पश्चिमी चंपारण बिहार में उसकी मुलाकात आरा निवासी देव से हुई थी जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने का गिरोह चलाता है। उसी के माध्यम से प्रयागराज का शिवम वर्मा भी मिला जो कई लड़कों को दूसरे की जगह पर परीक्षा देने के लिए बैठाता था। इसके बदले में उसे 25 से ₹30 हजार प्रति परीक्षार्थी मिले हैं। इससे पहले वह रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा में लगभग 15 लड़कों के स्थान पर परीक्षा दे चुका है इस बार वह पुष्पेंद्र यादव के नाम पर परीक्षा दे रहा था। एवं कल होने वाली इसी परीक्षा में उसे दूसरे किसी व्यक्ति के स्थान पर परीक्षा देने के लिए बैठना था, उससे पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इन अभियुक्तों के विरुद्ध उन्नाव में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है। एसटीएफ की सूचना पर ही जनपद अमेठी से रणवीर रंजे पीजी कॉलेज में मुख्य परीक्षार्थी आर्य राठौर पुत्र राम बहादुर पाल निवासी प्रयागराज के स्थान पर सॉल्वर सोनू कुमार कामत पुत्र जगनारायण कामत मधुबनी बिहार का परीक्षा दे रहा था जिसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। इसी क्रम में जनपद जौनपुर में भी गौराबादशाहपुर के ग्रामोदय इंटर कॉलेज से भी दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें अनिल कुमार मेहरोत्रा पुत्र स्वर्गीय कामता प्रसाद प्रयागराज जनपद जो कि एजेंट था। वही दूसरा सिद्धार्थ शंकर दुबे पुत्र लाल नारायण दुबे निवासी नवादा ब्लॉक आरा जनपद भोजपुर जोकि सॉल्वर था। इनके पास से भी ओ मार्कशीट आधार कार्ड व कूट रचित बाबू कुंवर भारती के नाम का आधार कार्ड जिसमें सिद्धार्थ की फोटो लगी थी बरामद हुआ है।

यह उसी व्यक्ति के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। इसे एजेंट द्वारा रुपए लेकर बाबू कुमार भारती के स्थान पर परीक्षा देने के लिए भेजा गया था जौनपुर में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है और अग्रिम कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है। वही एसटीएफ द्वारा कानपुर में भी दो अभियुक्तों को पकड़ा गया है जिनमें एक मूल अभ्यर्थी रघुवीर पुत्र राम आसरे जनपद हरदोई का है। तो दूसरा सैफ अहमद खान पुत्र कलाम महाराजगंज जनपद का निवासी है जो कि साल्वर है। इसके पास से भी कई कूट रचित दस्तावेज बरामद हुए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि वह मुंबई में इनकम टैक्स निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं और बकायदा एयर टिकट से मुंबई से दिल्ली तक आकर अपने एक मित्र महेंद्र के कहने पर यह परीक्षा देने आया था। इनके विरुद्ध भी कानपुर में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है वहीं दूसरी तरफ जनपद मेरठ में भी बीडीएस स्कूल के परीक्षा केंद्र के पास से रॉबिन पुत्र अशोक कुमार निवासी मेरठ को गिरफ्तार किया गया है उसके पास से दूसरी पाली में होने वाली परीक्षा की उत्तर कुंजी मिली है जिसका मिलान कराने पर वह कूट रचित पाई गई है। इसके सहारे व अभ्यर्थियों से पैसा लेकर फर्जी कुंजी थमा कर धोखाधड़ी करने की प्रयास में था। इन गिरफ्तारी ओं में एसटीएफ के सीओ ईश्वर चंद श्रीवास्तव के नेतृत्व में एसआई पवन कुमार वह मुख्यालय की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।

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