पहली चुटकी, पहले फूंक और घूंट से रहें दूर: नागेन्द्र

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Update: 2022-12-13 11:24 GMT
लखनऊ। अंग्रेजी नया साल आने वाला है। भारत की युवा पीढ़ी थर्टी फस्ट नाइट का आयोजन करेगी। यह रात नशे की रात होगी। ऐसी पार्टियों के पीछे नशे के सौदागर और नशे के रावण सक्रिय होते हैं। इसमें देश के करोड़ों बच्चों को पहली बार कोई न कोई नशा कराया जाएगा। यह बात सोमवार को नशामुक्त समाज आंदोलन के बीकटी इंचार्ज नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ने उच्च प्राथमिक विद्यालय (कम्पोजिट स्कूल) सरैंया बाजार के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही। नशामुक्त सेनानी श्री चौहान ने अभिभावकों से अपील की कि हमें ऐसी पार्टियों से सावधान रहना होगा। साथ ही, हमें अपने बच्चों को ऐसी पार्टियों में जाने से रोकना होगा। उनका मानना है कि हर नशा पहली बार मुफ्त मिलता है। हर किसी को पहली बार नशा उसका कोई न कोई दोस्त ही करवाता है।
चाहे लड़का हो या लड़की। वह अपनी मित्र-मंडली में ही नशा सीखता है। आजकल पार्टी का मतलब ही 'मुर्गा-दारू' हो गया है। श्री चौहान ने आगे कहा कि नए साल का जश्न मनाने के नाम पर नशे की पार्टियां होती हैं। इसमें देश के करोड़ों बच्चों को पहली बार कोई न कोई नशा दिया जाता है। हमें अपने बच्चों को तम्बाकू-गुटखे की पहली चुटकी, बीड़ी-सिगरेट की पहली फूंक और बीयर-शराब की पहली घूंट से बचाना है। अगर बच्चे ने जीवन भर पहली चुटकी, पहली फूंक और पहली घूंट को नहीं लिया तो वह आजीवन नशामुक्त रहेगा। बख़्शी का तालाब ब्लॉक प्रभारी नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ने उच्च प्राथमिक विद्यालय (कम्पोजिट स्कूल) सरैंया के 628 बच्चों एवं शिक्षक-शिक्षकाओं को आजीवन नशामुक्त रहने का संकल्प कराया।इस संकल्प सभा में प्रधानाचार्या संगीता श्रीवास्तव, नशामुक्त सेनानी अनुपम शुक्ल व जिला प्रभारी अनिल अग्रवाल के सहयोगी अभिषेक अवस्थी विशेष रूप से उपस्थित थे।
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