सपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर बीजेपी को हराएगी: अखिलेश यादव

Update: 2023-03-20 05:50 GMT

कोलकाता: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि पार्टी ने संकल्प लिया है कि लोकसभा चुनाव में अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हराएगी। उन्होंने कांग्रेस को साथ लेने के मुद्दे पर कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है और उसे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी भूमिका खुद तय करनी है। उन्होंने रायबरेली व अमेठी में भी चुनाव लड़ने के मुद्दे पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया।

अखिलेश रविवार को कोलकाता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन के मुद्दे पर कहा कि एलाइंस जरूर बनेगा। गठबंधन को लेकर क्षेत्रीय ताकतें बातचीत कर रही हैं और समय पर फैसला लेंगी। इसके लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन समेत कई नेता प्रयास कर रहे हैं।

अखिलेश ने कहा कि विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय दल भाजपा को हराने में सक्षम है और मजबूती से लड़ रहे हैं। गठबंधन में कांग्रेस को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है।

अमेठी में कांग्रेस (Congress) नहीं देती सपा का साथ

अखिलेश ने अमेठी-रायबरेली में सपा द्वारा लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि चुनाव के समय अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से सलाह मशविरा कर फैसला लेंगे। अमेठी-रायबरेली में हमारे कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ देते हैं, लेकिन जब कार्यकर्ताओं पर संकट आता है उनको प्रताड़ित किया जाता है। उनका उत्पीड़न होता है तो कांग्रेस के लोग साथ नहीं देते हैं। पिछले दिनों अमेठी में डबल और ट्रिपल मर्डर हुए हैं लेकिन कहीं भी कांग्रेस का कोई नेता मदद के लिए नहीं गया।

सदन (house)की लड़ाई अलग होती है और जमीन की लड़ाई अलग

लोकसभा में विपक्ष की एकजुटता के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि सदन की लड़ाई अलग होती है और जमीन की लड़ाई अलग है। जातीय जनगणना को बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि सबका साथ और सबका विकास तभी संभव है, जब सभी जातियों की गणना हो और उसके आंकड़े आ जाएं। जातीय जनगणना के बाद ही सामाजिक न्याय हो सकता है। उन्होंने कहा कि सपा देश में लगातार जातीय जनगणना के मुद्दे को उठा रही है, दक्षिण के भी कई दल और राज्य जातीय जनगणना पर सहमत हैं और मांग कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने जानबूझकर पैदा किया बिजली संकट

अखिलेश ने कहा कि सीएम ने जानबूझकर बिजली संकट पैदा किया है, जिससे बिजली उत्पादन ठप हो जाए और सरकार बिजली घरों को निजी हाथों में बेंच दे। भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं किया। मौजूदा बिजली संकट को भाजपा सरकार की देन है। चुनाव से पहले भाजपा ने बिजली कर्मचारियों की सभी मांगों को पूरा करने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के बाद कर्मचारियों से किया गया वादा पूरा नहीं किया।

स्वास्थ्य, शिक्षा व पीडब्ल्यूडी में बड़ा भ्रष्टाचार

अखिलेश यादव ने कहा कि सिर्फ बिजली विभाग ही नहीं स्वास्थ्य, शिक्षा, पीडब्ल्यूडी सभी विभागों में स्थिति बेहद खराब है, कोई काम नहीं हो रहा है। भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बिजली विभाग को घाटे में पहुंचा दिया है, जब से बीजेपी सरकार आई है। प्रदेश में एक भी बिजली उत्पादन का कारखाना नहीं लगाया है। भाजपा बिजली कर्मचारियों के साथ प्रदेश की जनता को भी धोखा दे रही है, उसने बिजली उत्पादन ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन में कोई काम नहीं किया।

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