फर्जी कॉल सेंटर खोल कर करोड़ों की ठगी करने में छह गिरफ्तार
ई-मेल ब्लास्टिंग कर विदेशी नागरिकों को मैसेज भेजते थे
मथुरा: गोमतीनगर विस्तार सेक्टर-पांच में कॉल सेंटर खोल कर विदेशी नागरिकों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले छह ठगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने द ट्रैवल ट्रेन के नाम से फर्म लखीमपुर निघासन के पते पर रजिस्टर कराई थी. ई-मेल ब्लास्टिंग कर विदेशी नागरिकों को मैसेज भेजते थे. कम्प्यूटर से वायरस हटाने का झांसा देकर आरोपी रुपये वसूलते थे.
लखीमपुर का पता, गोमतीनगर में ऑफिस: सीओ एसटीएफ अमित कुमार नागर ने बताया कि गोमतीनगर विस्तार सेक्टर-पांच में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा गया. मौके से गिरोह के सरगना चंद्रशेखर शुक्ल समेत छह लोगों को पकड़ा गया. कॉल सेंटर से पांच मोबाइल, 8 लैपटॉप, आठ जाली आईडी पर लिए गए सिमकार्ड, दो इंटरनेट राउटर, एक आधार, एक डीएल और 14 जाली मेल पत्र बरामद हुए. चंद्रशेखर ने बताया कि वह लोग काफी वक्त से कॉल सेंटर चला रहे हैं. गिरोह के सभी सदस्य गुड़गांव, नोएडा और फरीदाबाद के कॉल सेंटर में काम कर चुके हैं. सीओ के मुताबिक चंद्रशेखर ने ही कुछ वक्त पूर्व लखीमपुर के पते पर फर्म रजिस्टर कराई थी. जिसका दफ्तर गोमतीनगर विस्तार सेक्टर-पांच में खोला था और यही से कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा था.
ई-मेल ब्लास्ट कर फंसाते थे: चंद्रशेखर का गिरोह के सदस्य विशेष तौर पर अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रेलिया के लोगों को चिह्नित करते हैं. जिनके कम्प्यूटर पर ई-मेल ब्लास्टिंग के जरिए सिलसिलेवार मैसेज आरोपी भेजते हैं. जिससे टार्गेट व्यक्ति के कम्प्यूटर पर पॉप विंडो खुल जाती है. जिसमें वायरस के कारण कम्प्यूटर हैक होने की जानकारी रहती है. मैसेज में एक टोल फ्री नम्बर भी रहता है, जिस पर आने वाली कॉल चंद्रशेखर के कॉल सेंटर में आईबिम साफ्टवेयर से रिसीव होती है. टेली कॉलर वायरस दूर करने के बदले फीस मांगते हैं. जो 500 डॉलर तक होती है. इसके साथ ही एनीडेस्क एप के जरिए टार्गेट कम्पयूटर को रिमोट एक्सेस कर बैंक डिटेल भी आरोपी चुरा लेते हैं.