वाराणसी: काशी में गंगा किनारे के सभी कच्चे घाट पक्के होंगे. रामनगर में शास्त्रत्त्ी घाट व सामनेघाट में जज गेस्ट हाउस के पास नए घाट का काम शुरू होने के बाद अब सात नए घाटों का निर्माण होगा. इनमें मणिकर्णिका से राजघाट के बीच में तीन स्थानों पर नए घाट बनेंगे. वहीं दूसरे चऱण में गढ़वाघाट और संत रविदास घाट से अस्सी के बीच घाटों का निर्माण होगा. बाढ़ के बाद इसके लिए इस्टीमेट तैयार किया जाएगा.
मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा के मुताबिक काशी के घाट पर्यटन के बड़े केंद्र हैं. वर्तमान में 84 घाटों में केवल दो दर्जन पर पर्यटकों व श्रद्धालुओं का आवागमन होता है. बाकी घाटों पर स्थानीय लोग ही रहते हैं. इसलिए कच्चे व जर्जर घाटों को पर्यटन के नजरिए से पक्का किया जाएगा. उसी के मुताबिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी. नाविकों व गाइडों के माध्यम से पर्यटकों की पहुंच बढ़ाने की पहल होगी. पहले चरण में सात घाट चिह्नित किये गये हैं. यूपीपीसीएल को इस कार्य के लिए लगाया गया है. इन घाटों पर 80 से 100 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान हैं. कमिश्नर ने बताया कि गढ़वाघाट को पक्का करने के लिए इस्टीमेट शासन को भेजा जा चुका है.
सामने घाट से नमो घाट जुड़ेगा सामनेघाट स्थित जज गेस्ट हाउस के पास पक्का घाट का निर्माण शुरू हो गया है. शासन की मंशा है कि भविष्य में रविदास घाट से सामने घाट को पाथवे या नए घाट निर्माण कर दोनों को जोड़ा जाएगा. वहीं संत रविदास घाट से अस्सी को जोड़ने के लिए पाथवे का प्रस्ताव शासन में भेजा जा रहा है. इसके बाद सामनेघाट से नमोघाट के बीच गंगा पर्यटन विकसित होगा.