कुशीनगर। दीपावली को बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर कप्तानगंज में पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह के धरना प्रदर्शन को लेकर प्रशासन की चौकसी तब धरी रह गई, जब वह चकमा देकर वह कप्तानगंज तहसील गेट पहुंच गए. यहां अपने समर्थकाें संग सुबह 10 बजे धरना शुरू कर दिए. किसान भी जुटने लगे. यह देख पुलिस हरकत में आई और उनको गिरफ्तार कर तरयसुजान थाने लगे गई. इसकी सूचना मिलते ही सपाई रिहाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर से तरयासुजान थाने तक धरना शुरू कर दिए. लगभग साढ़े तीन घंटे बाद राज्यमंत्री को मुचलके पर छोड़ दिया गया. पूर्व राज्यमंत्री ने घोषणा की थी कि बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हुआ तो किसान दीपावली नहीं मनाएंगे. सोमवार को तहसील गेट पर धरना दिया जाएगा. इसको लेकर प्रशासन व पुलिस पहले से ही सतर्क थी. सुबह होते ही चौकसी और बढ़ा दी गई.
हाटा नगर के सटे पगरा में हाईवे के किनारे बने पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह के आवास पर पुलिस टीम तैनात हो गई. पूर्व राज्यमंत्री के स्वजन पुलिस व प्रशासन को यह बताते रहे कि वह घर में पूजा-पाठ कर रहे हैं. पुलिस आवास के बाहर डेरा डाले रही और राधेश्याम सिंह चकमा देकर कप्तानगंज पहुंच गए. जिला उपाध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह युवजन सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष रणविजय सिंह, परवेज आलम, योगेंद्र सिंह, इंद्रेश यादव आदि समर्थकों संग तहसील गेट पर धरने शुरू कर दिए. नारेबाजी शुरू हो गई. किसान भी जुटने लगे. स्थिति और बिगड़ती कि पूर्व राज्यमंत्री को पुलिस गिरफ्तार कर तरयासुजान थाने ले गई. इसकी सूचना सपा कार्यकर्ताओं को मिली तो विरोध पर उतर आए. पूर्व एमएलसी सपा नेता रामअवध यादव, पूर्व विधायक पूर्णमासी देहाती, एनपी कुशवाहा, राजेश प्रताप राव बंटी, सपा नेता विजय यादव, राजेन्द्र यादव मुन्ना, चंद्रप्रकाश यादव आदि कलेक्ट्रेट परिसर में धरना शुरू कर दिए.राजनीतिक माहौल गरम होता देख पूर्व राज्यमंत्री को मुचलके पर थाने से छोड़ दिया गया.