BJP कार्यालय के सामने किया था आत्मदाह, नाकामी से मारा गया बलराम

Update: 2022-09-01 16:51 GMT

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के भाजपा के प्रदेश कार्यालय के सामने आत्मदाह करने वाले बलराम तिवारी की बुधवार को मौत हो गई, बलराम बिजली विभाग में संविदाकर्मी था. बलराम की पत्नी सोनिया ने मकान मालिक मनीष पाल पर उसके पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. साथ ही आम्रपाली ने चौकी इंचार्ज रमापति पर भी शिकायत न सुनने का आरोप लगाया था. बलराम ने मकान मालिक के अत्याचार और ठाकुरगंज पुलिस की अभद्रता से तंग आकर भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह दिया था.

क्या है मामला

राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके के रहने वाले पूर्व संविदाकर्मी बलराम तिवारी की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई, फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बता दें शुक्रवार रात को बलराम ने यूपी विधानभवन के सामने भाजपा कार्यालय के गेट नंबर दो के पास आत्मदाह कर लिया था, जिसमें उसके शरीर का 60 फीसदी से ज्यादा हिस्सा जल गया था, इसके बाद उसे आनन-फानन में सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहाँ उसका इलाज चल रहा था. बुधवार सुबह इलाज के दौरान बलराम की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में मकान मालिक समेत तीन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था, वहीं डीसीपी पश्चिम ने मामले की जांच एसीपी चौक को सौंपी थी, लेकिन अभी तक एसीपी की जांच रिपोर्ट नहीं आई है.

पुलिस ने बलराम तिवारी की पत्नी सोनी की तहरीर पर मकान मालिक मनीष पाल और अन्य के खिलाफ आत्मदाह करने के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज तो की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. बलराम अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कई बार ठाकुरगंज थाने गया था, इस दौरान पुलिस ने मकान मालिक और बलराम के बीच समझौता करा दिया था.

पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई

बता दें कि बलराम तिवारी को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, इसके बाद यहाँ से बलराम को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था. बलराम और उनका परिवार किसी से मिल न पाए इसलिए वहां कड़ी सुरक्षा लगाई गई थी. इस बलराम को आत्मदाह किए लगभग एक सप्ताह होने वाला है लेकिन अब तक आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

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