झाँसी न्यूज़: सुबह के 1015 और औचक डीएम रविन्द्र कुमार बिजली विभाग के दफ्तर पहुंच गए. इतने में ही हड़कंप मच गया. सबसे पहले उपस्थिति रजिस्टर मांगा. जिसमें 13 कर्मचारी तैनात थे पर आफिस में दफ्तर के वक्त तक केवल 3 कर्मचारी ही पहुंचे थे. इस घोर लापरवाही पर डीएम की त्योरियां चढ़ गई और उन्होंने अगले आदेशों तक वेतन रोकने का आदेश दे दिया.
पूरा जनपद बिजली की कटौती और परेशानी से दो चार हो रहा है. जिसके लिए डीएम ने हाल में बिजली विभाग के सभी अधिकारी बुलाकर बैठक की और निर्देश दिए थे कि सभी अपने कार्यो में गंभीरता दिखाएं. लाइन लॉसेस रोकें. रात में निरीक्षण करें. पर, डीम जब विभाग का हाल देखने पहुंचे तो अधिकारी से चतुर्थ कर्मी तक गायब मिले. बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड नगरीय द्वितीय व कार्यालय अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड ग्रामीण दोनों कार्यालय में यही स्थिति रही. नगरीय आफिस में 10 कर्मचारी नहीं पहुंचे थे.
यह भी देरी से आए अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड नगरीय द्वितीय देर से आए. निर्देश दिए गए कि वह स्वयं कार्यालय में समय उपस्थित हो. अन्य कर्मचारियों की कार्यालय में समय से उपस्थिति कराएं. अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड ग्रामीण के निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड ग्रामीण स्वयं उपस्थित मिले पर 1 कर्मचारी नहीं पहुंचा था. जिसे गैर हाजिर माना.
इनका रोका गया वेतन
सन्तराम कार्यालय सहायक 6, राजेश गुप्ता टीजी2, सचिन सिंह कार्यालय सहायक 7, दिनेश कुमार टीजी2, बाबूलाल कार्यालय सहायक 8, गुरुदीप टीजी2, स्वतन्त्र साहू कार्यालय सहायक 9, शैलेन्द्र कुमार टीजी 2, श्रेष्ठा गुप्ता कार्यालय सहायक 10, पुष्पा देवी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी.
यहां भी गायब
उप खण्ड अधिकारी मुन्नालाल पॉवर हाउस भी अनुपस्थित मिले. निर्देश दिए गए कि बिना पूर्व सूचना/अनुमति के अनुपस्थित रहने के कारण वेतन रोकने की कार्यवाही की जाए. विद्युत वितरण खंड कार्यालय नगरिया द्वितीय निरीक्षण के दौरान उपस्थित संविदाकर्मी ने शिकायत की है कि कार्यालय सहायक सन्तराम बिना कारण परेशान करते.