इस चुनाव में स्कार्पियो की सबसे ज्यादा हैं धूम

पहिया वाहनों में स्कार्पियो की सबसे ज्यादा धूम दिखाई

Update: 2024-04-25 04:59 GMT

मुरादाबाद: इस चुनाव में स्कार्पियो की सबसे ज्यादा धूम है. भाजपा, सपा और बसपा के नेता वाहनों से गांवों की खाक छान रहे हैं. लोकसभा चुनाव में चुनाव भले ही सुस्त दिखाई दे पर चार पहिया वाहनों में स्कार्पियो की सबसे ज्यादा धूम दिखाई देती है. फार्च्यूनर और एक्सयूवी भी दिख रही हैं पर इनकी संख्या कम है.

सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के चुनाव प्रचार में यूपी यानी बिजनौर नंबर के वाहन दिखाई देते हैं. महिंदा की स्कार्पियो से चुनाव प्रचार को धार दी जा रही है. लोकसभा क्षेत्र पांच विधानसभा क्षेत्रों में बंटा है. सुविधा एप के माध्यम से प्रत्याशी चुनाव प्रचार वाहन की अनुमति ले रहे हैं. वहीं बसपा प्रत्याशी इरफान सैफी के खेमे में भी स्कार्पियो वाहन ज्यादा दिखाई दे रहे हैं. ठाकुरद्वारा से मुरादाबाद ग्रामीण नगर क्षेत्र में प्रत्याशी और पार्टी के लोग चुनाव प्रचार में जुटे हैं. सपा प्रत्याशी आठ वाहनों की अनुमति तीन दिन पहले ही ले चुके थे. वहीं बसपा प्रत्याशी भी दस वाहनों की अनुमति ले चुके.

इनके खेमे में स्कार्पियो को अलावा एक्सयूवी, ब्रीजा फार्च्युनर भी हैं. कुछ दो पहिया वाहनों की भी अनुमति ली गई है. इसी तरह भाजपा प्रत्याशी के प्रचार में भी सबसे ज्यादा स्कार्पियो वाहन हैं. वह भी दस वाहनों की अनुमति ले चुके हैं. वहीं कुछ बुलेरो भी चुनाव प्रचार में लगी हैं.

मुरादाबाद, से ठाकुरद्वारा के बीच गांवों में यह वाहन दौड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. कड़क धूप में प्रत्याशी की बनाई टोलियां प्रचार में घूम रही हैं. वहीं कुछ अन्य दल व निर्दलीय प्रत्याशी अपने अंदाज में प्रचार में जुटे हैं. चुनाव में रेट लिस्ट के अनुसार ही प्रत्याशियों के खर्च में इसे जोड़ा जाएगा.

इस तरह का रेट निर्धारण कर खर्च में जुड़ेगा

वाहन रेट

जीप, बुलेरो, सूमो मैक्स 00 रुपए प्लस ईंधन

वीआईपी गाड़ी 00 प्लस ईंधन

सूमो, क्वालिस, टवेरा इनोवा 00 प्लस ईंधन

इंडिको व इंडिका 1300 प्लस ईंधन

बस 35 सीटर 5500 प्लस ईंधन

बस 56 सीटर 8000 प्लस ईंधन

ड्राइवर प्रतिदिन 500 रुपये

टैंपो 7 सीटर 900 प्लस ईंधन

टैंपो 4 सीटर 400 प्लस ईंधन

ट्रक 4000 प्लस ईंध

वाहनों या रैली जनसभा सभी की अनुमति सुविधा एप के माध्यम से करवाएं. इसे 48 घंटे में सभी तरह की अनुमति जारी की जाती है. चुनाव में प्रचार में लगे वाहनों का नियमानुसार खर्च जोड़ा जाता है.

-किंशुक श्रीवास्तव, प्रभारी अनुमति (सिटी मजिस्ट्रेट)

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