सदर तहसील रंग-बिरंगे फूलों से महकी, उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष आज करेंगे निरीक्षण
मेरठ: सदर तहसील में सोमवार को दिन भर साफ सफाई अभियान जारी रहा। अधिकारियों एवं कर्मचारियों के चेहरे पर पसीना एवं सांसें फूली दिखाई दी। वहीं, स्थानीय लोगों एवं तहसील में शिकायत लेकर आने वाले फरियादियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के चेयरमैन का यह दौरा प्रस्तावित है।
जिसके चलते रिकॉर्ड मेंटेन एवं भवन एवं परिसर की साफ सफाई कराई जा रही है। इस प्रस्तावित निरीक्षण के कुछ दिन बाद यदि वह स्वयं दौरा करें या अपने अधीनस्थ किसी सक्ष्म अधिकारी को निरीक्षण के लिये भेजे तो सच्चाई सामने आ जायेगी कि तहसील की वास्वत में क्या हालत है।
सदर तहसील काफी समय से रखरखाव के अभाव में जर्जर हालत एवं रंगाई-पुताई के अभाव में खंडहर में तब्दील दिखाई दे रही थी, लेकिन जैसे ही कमिश्नरी स्तर के दौरे के लिये उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव मित्तल का कार्यक्रम जारी हुआ तो सदर तहसील का नाम भी शामिल हुआ। जिसके बाद कार्यक्रम के प्रस्तावित होते ही तहसील के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सांसे फूल गई।
जिसमें वह रिकॉर्ड मेंटेंन के साथ ही भवन की मरम्मत कराने व परिसर की साफ सफाई में जुट गये। जिसके लिये कई दिनों से चौबीसों घंटे तहसील में कामकाज चल रहा है। प्रस्तावित दौरे के ठीक एक दिन पहले 27 फरवरी सोमवार को एसडीएम ओजस्वी राज, तहसीलदार रामेश्वर प्रसाद दिनभर कार्यालय में डटे रहे और देर रात तक अभिलेखों के पेंडिंग कार्य को पूरा कराया।
वहीं रंगाई-पुताई एवं साफ-सफाई के लिये नगर निगम एवं अन्य ठेकेदारों के कर्मचारियों के साथ ही नगर पंचायत खरखौदा एवं सिवालखास से भी कर्मचारी सदर तहसील पहुंचे और वहां पर दिनभर साफ-सफाई के कार्य में जुटे रहे। जहां एक तरफ बिल्डिंग एवं परिसर को साफ सुथरा बनाया गया और टंकी के पानी के पाइप से फर्श को साफ सुथरा बनाया गया। वहीं, दूसरी ओर रंग-बिरंगे फूलों से सजे गमले व अन्य प्रजाति के पेड़ पौधों से सजावट की गई।
वर्तमान में जर्जर तहसील का कायाकल्प किये जाने के बाद गमलों में लगे रंग-बिरंगे फूलों की महक से गुलजार हो रही हैं। बेहद साफ सुथरा वातावरण एवं फूलों की सुगंध को लेकर तहसील में किसी कामकाज से आये फरियादी यही कहते सुने कि देखना है कि क्या चयरमैन के दौरे के बाद भी इसी तरह से तहसील साफ सुधरी दिखाई देगी या फिर पुरानी तरह के ढर्रे पर आ जायेगी।
वहीं, चेयरमैन केवल तहसील मुख्यालय की चमक दमक देखने और जो अधिकारियों के द्वारा अपने स्तर से रिकॉर्ड को जांच के लिये मेंटेन, दुरुस्त किया है, उसे देखने तक ही सीमित रहेंगे या तहसील में आने वाले फरियादियों की शिकायतों को सुनने के लिये भी कुछ थोड़ा समय देंगे। वहीं, कुछ फरियादियों ने कहा कि वह अपनी समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के चैयरमेन संजीव मित्तल के पास जाने का प्रयास जरूर करेंगे
और अपनी समस्याओं से अवगत कराकर समाधान की कोशिश करेंगे, बशर्ते उन्हे पुलिस व अन्य तहसील कर्मियों के द्वारा चेयरमैन के पास तक जाने से नहीं रोका गया। वह चेयरमैन से मांग भी करेंगे कि वह स्वयं या अपने अधीनस्थ किसी सक्ष्म अधिकारी को औंचक निरीक्षण के लिये कुछ समय बाद आवश्य भेजें,
ताकि तहसील मुख्यालय की हालत कुछ दिनों में किस तरह से दिखाई देगी और अधिकारी एवं कर्मचारी फरियादियों के साथ किस तरह का बर्ताव करते हैं और वह मनमाने तरीके से कार्य करते हैं। सोमवार को समाचार लिखे जाने तक देर रात तक अधिकारी एवं कर्मचारी तहसील मुख्यालय पर ही डटे रहे, उनके चेहरे पर पसीना एवं सांसें फूली दिखाई दी।