बिना जलनिकासी कराने लगे सड़क निर्माण, चंद्रशेखर आजाद चौक वार्ड 70 में सड़कों के निर्माण पर लोगों में आक्रोश
उत्तरप्रदेश | नगर निगम के जोन 4 में चंद्रशेखर आजाद चौक वार्ड संख्या 70 में सालों से खराब सड़क आखिरकार बननी शुरू हो गई है. करीब 200 मीटर सड़क का निर्माण हो रहा है, लेकिन गुणवत्ता का ख्याल न रखे जाने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. पार्षद धर्मेंद्र सिंह का आरोप है कि प्रसिद्ध मिश्रा के घर से नीतेश राय के घर तक जाने वाली इस सड़क पर एक माह से पानी भरा है, ठेकेदार ने उसकी निकासी कराए बगैर सड़क निर्माण शुरू कर दिया, जिसमें अहिरौली की प्रतिबंधित गिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है. नाली के बेड में सरिया भी नहीं डाली जा रही, जबकि इस सड़क से प्रतापपुर, चिलमापुर, सिद्धार्थनगर, आजादनगर की आबादी आवागमन करती है.
वहीं, शहर के वीआईपी वार्ड दक्षिणी बेतियाहाता वार्ड सं. 26 में छोटी छोटी सड़कों पर किसी का ध्यान नहीं है. यहां मण्डलायुक्त आवास के निकट शास्त्रत्त्ीनगर प्रावि की कच्ची सड़क पर जहां जलभराव और कीचड़ भरा है.
वही निगम की कूड़ा उठाने वाली तीन गाड़ियां खड़ी मिलीं. यहां छात्र कीचड़ और गाड़ियों से उठती बदबू के बीच पढ़ने पहुंचते हैं. पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी सवाल करते हैं कि कोई बच्चा बीमार होगा तो जिम्मेदारी किसकी होगी. यहां आनंदमार्ग आश्रम गली एवं बेला पब्लिक स्कूल से चंद्रप्रकाश तिवारी मार्ग भी बदतर हालत में है.
ठेकेदारों और निर्माण विभाग के अधिकारियों की मनमानी से कार्यों की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं है. बनी बनाई सड़कों को कभी पेयजल पाइप लाइन डालने तो कभी सीवर की सफाई के नाम पर क्षतिग्रस्त किया जा रहा. वार्ड की कई सड़कों के निर्माण के लिए प्रस्ताव दिया है.
विश्वजीत त्रिपाठी, वार्ड संख्या 26 बेतियाहाता
बारिश और जलभराव के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, उनकी मरम्मत के लिए सर्वेक्षण जारी है. कुछ सड़कों के लिए त्वरित विकास योजना, डूडा और पार्षद वरियता में भी प्रस्ताव आए हैं. जल्द ही सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत शुरू होगा.
विवेकानंद सिंह, अवर अभियंता नगर निगम
पता ही नहीं चलता नाली कहां-सड़क कहां
रघुपति सहाय नगर वार्ड संख्या 56 के पार्षद रविंद्र सिंह कहते हैं कि इंद्रानगर समाजघर-सेवानिवृत डीआईजी जितेंद्र सिंह के मकान से होते हुए बाढ़खण्ड आफिस तक 350 मीटर लम्बाई में इंटरलाकिंग सड़क पर हर मौसम में पानी भरा रहता है. नाली और सड़क पता नहीं चलती है. 10 साल पहले निर्मित इस सड़क से इंद्रानगर की 40 फीसदी आबादी निकलती है. कमोबेस ऐसे ही हालत इंद्रानगर समाजघर से रामआश्रय त्रिपाठी एवं निष्ठा यादव के घर तक 150 मीटर लम्बी इंटरलाकिंग सड़क पर है. वहां भी नाली और बारिश का पानी हमेशा भरा रहता है. स्थानीय नागरिक इन सड़कों को सीसी बनाने की मांग करते हैं.
जलराभव से सड़क क्षतिग्रस्त
देवी प्रसाद नगर वार्ड संख्या 75 में दो साल पहले सीसी सड़क बनाई गई. स्थानीय पार्षद प्रीतम कहती हैं कि सड़क का भीम के मकान से बगिया माता स्थान तक का हिस्सा जलभराव के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. यहां बेमौसम जलभराव रहता है क्योंकि जलनिकासी का उचित इंतजाम किया ही नहीं गया. जबकि काफी संख्या में लोगों का इस सड़क से आवागमन होता है. उधर चंद्रशेखर आजाद चौक वार्ड संख्या 70, कृष्ण मोहन पाण्डेय वार्ड संख्या 56, बड़गो वार्ड संख्या 11 एवं भरवलिया वार्ड संख्या 37 पार्षद मीना देवी में तमाम छोटी बड़ी सड़कें बारिश में चलने योग्य नहीं है.
पहली बारिश में टूट गई सड़क
आजाद चौक बड़गो जाने वाली मुख्य सड़क शक्तिनगर से बड़गो तक सीसी बन गई है. लेकिन आजाद चौक से शक्तिनगर का हिस्सा डामर से पिछले साल ही बना था, जो क्षतिग्रस्त हो गया है. तीन स्थानों पर बड़े बड़े गड्ढे हैं तो कई स्थान पर जलभराव भी. सड़क कई जगहों पर क्षतिग्रस्त भी मिली. शिवाजी नगर वार्ड संख्या 75 की पार्षद संगीता सिंह पत्नी गोली सिंह कहती हैं कि स्थानीय नागरिक इसे भी सीसी करना चाहते हैं. 300 मीटर के हिस्से को सीसी कर जलनिकासी का इंतजाम भी होना चाहिए.