यूपी में यमुना, गंगा, चंबल, बेतवा के बढ़ते जलस्तर से बढ़ा बाढ़ का खतरा, कई इलाकों में बारिश को तरस रहे लोग
यूपी के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं तो कई में लोग अभी भी बारिश को तरस रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।
UP Weather: यूपी में यमुना, गंगा, चंबल, बेतवा के बढ़ते जलस्तर से बढ़ा बाढ़ का खतरा, कई इलाकों में बारिश को तरस रहे लोग
यूपी के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं तो कई में लोग अभी भी बारिश को तरस रहे हैं। यूपी में कानपुर, प्रयागराज, आगरा जैसे प्रमुख शहरों में यमुना, गंगा, चंबल, बेतवा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिस कारण बाढ़ का खतरा भी बढ़ रहा है। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक मौसम का हाल खराब ही रहेगा। दो-तीन दिन तेज बरसात की संभावना है। इससे नदियों का जलस्तर और बढ़ सकता है। इनका जलस्तर पहले ही खतरे के निशान के पार या करीब पहुंच चुका है।
वहीं बुधवार को मेरठ सहित आसपास के क्षेत्रों में हुई बूंदाबांदी एवं हल्की बारिश से गुरुवार को उमस बढ़ गई। तेज धूप और मौसम साफ होने एवं आद्रता का स्तर बढ़ने से गुरुवार को दिनभर उसम से बुरा हाल रहा। मौसम विभाग के अनुसार दिन का तापमान 35.6 और रात का 23.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। वहीं बारिश की कमी के कारण उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में सूखे के हालात बन गए हैं। इन इलाकों में 40 प्रतिशत भी बारिश नहीं हो पाई है। इन इलाकों में किसानों को भी धान की बोवाई के लिए समस्या हो रही है। सरकार इनमें से कई इलाकों को सूखाग्रस्त घोषित कर सकती है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सितंबर के पहले सप्ताह में वापसी की संभावना जताई जा रही है। ये सामान्य तिथि से लगभग एक पखवाड़ा पहले होगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरूवार को यह जानकारी दी। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की सामान्य तिथि 17 सितंबर है। हालांकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश की राजधानी लखनऊ और वाराणसी समेत अलग-अलग जिलों में बारिश की संभावना व्यक्त की है। साउथ ईस्ट उत्तर प्रदेश में 27 व 28 अगस्त को मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं।