खुलासा: करंट से नहीं, प्रेमी संग पत्नी ने की थी हत्या
बेडरूम में प्रेमी को बुलाकर तार से कस दिया था गला
प्रतापगढ़: नवाबगंज के दयालपुर में 10 फरवरी की भोर में बेड पर मिले शिवकुमार सरोज (28) को करंट नहीं लगा था. उसकी पत्नी ने ही प्रेमी को बेडरूम में बुलाकर तार से गला कसकर उसकी हत्या कर दी. भाई की शिकायत के बाद पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछछाछ की तो सनसनीखेज हत्या का खुलासा हुआ.
शिवकुमार की शादी 21 में संग्रामगढ़ की कामापट्टी की युवती के साथ हुई थी. उसे डेढ़ साल की एक बेटी भी है. दिल्ली में काम करने वाला शिवकुमार इस बीच घर आया था. 10 फरवरी की सुबह उसका शव कमरे के भीतर बेड पर पाया गया. पहले तो उसमें जान होने की बात कहकर रायबरेली ले जाया गया. वहां मृत घोषित किए जाने के बाद पत्नी करंट से मौत का दावा करने लगी, हालांकि गले पर निशान देख परिजन मौत को लेकर आशंका जताने लगे. मृतक के छोटे भाई राकेश ने अपनी भाभी और उसके प्रेमी पर आशंका जताई तो पुलिस ने मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी संग्रामगढ़ के उमरिया निवासी कुलदीप सरोज के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली. मामला संदिग्ध लगने पर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या का खुलासा हो गया. दोनों ने तार से गला कसकर हत्या की बात स्वीकार कर ली. एसओ धीरेंद्र ठाकुर ने दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया.
हत्या के बाद युवक के शव के पास डेढ़ घंटे रुका था प्रेमी: दूर के रिश्तेदार से प्रेम संबंध शादी के तीन साल बाद भी कमजोर नहीं पड़ा. पति के दिल्ली जाने के बाद वह प्रेमी को अपने बेडरूम में बुलाने लगी. डेढ़ साल की बेटी होने के बाद भी पति का साथ उसे अखरने लगा. दिल्ली से पति के आने के बाद प्रेमी को भी बेडरूम में बुलाया. दोनों ने बिजली के तार से गला कसकर हत्या कर दी. शव के पास डेढ़ घंटे तक प्रेमी भी मौजूद रहा. संग्रामगढ़ के दयालपुर के शिवकुमार की शादी चार साल पहले कामापट्टी संग्रामगढ़ की युवती से हुई थी. शादी के बाद सबकुछ ठीकठाक था. कुछ दिन बाद संग्रामगढ़ के ही उमरिया का रहने वाला कुलदीप सरोज रिश्तेदार बताकर युवती से मिलने लगा. कुलदीप भी दिल्ली में पेंटिंग का काम करता था लेकिन शिवकुमार के दिल्ली जाने के बाद वह घर आ जाता था. सप्ताह भर पहले शिवकुमार घर आया तो वह भी दिल्ली से लौट आया. शिव कुमार नौ फरवरी की रात डेढ़ साल की बेटी और पत्नी के साथ अपने बेडरूम में था. आधीरात के बाद वह सो गया तो बाहर मौजूद कुलदीप कमरे में गया और विद्युत तार से दोनों ने गला कसकर उसकी हत्या कर दी. एसओ नवाबगंज धीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि पकड़े जाने के बाद दोनों ने हत्या की पूरी कहानी बताई. बताया कि रात ढाई बजे उसकी गला कसकर हत्या की थी. इसके बाद सुबह के 4.00 बजे तक दोनों साथ रहे. भोर में कुलदीप जाने लगा तो शिवकुमार के छोटे भाई ने उसे देख लिया था लेकिन कोई शोर नहीं मचाया.