इंटरलॉकिंग निर्माण में बालू की जगह मिट्टी का प्रयोग से ग्रामीणों में आक्रोश

Update: 2023-04-26 09:10 GMT

डेरापुर कानपुर देहात: जहा एक तरफ केन्द्र व प्रदेश की मोदी -योगी की डबल इंजन की सरकार विकास कार्यो की पारदर्षिता को लेकर तमाम दावे करती है लेकिन धरातल में इसके इतर हो रहा है , डेरापुर ब्लाक के डिलोलिया गांव में इंटरलॉकिंग निर्माण में बालू के स्थान में खेतों की मिट्टी डालकर कर्तव्य की इतिश्री की जा रही है

डेरापुर ब्लाक के गांव डिलोलिया में बन रही इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण में मानकों को ताक पर रखकर बालू की जगह मिट्टी डाल कर कार्य को अंतिम रूप दिया जा है ग्रामीणों ने बताया कि श्याम सिंह के दरवाजे से कर्ण सिंह के दरवाजे व रामसागर के घर से कैलाश कटियार के घर के सामने तक इंटरलॉकिंग निर्माण में मानकों को ताक पर रखकर किया जा रहा है और निर्माण कार्य बहुत ही धीमी गति से हो रहा है सड़क के दोनों तरफ काफी मात्रा में नाली बनाने के लिए जगह भी है, लेकिन फिर भी नाली नहीं बनाई जा रही है और दूसरी ओर इंटरलॉकिंग में बालू की जगह पीली मिट्टी डाली जा रही है। जहां एक ओर सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए सड़कों पर खर्च किए जाते हैं, वही ठेकेदारों द्वारा सही से काम न कर के मानक विहीन काम कर सड़कों का निर्माण करा दिया जाता है। जिससे सड़कें कम ही दिन चल पाती हैं ,जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है ।

ग्रामीणों ने बताया कि रोड मानक के विहीन बनाई जा रही है। जहां पर इंटरलॉकिंग में बालू की जगह मिट्टी डालने का कहीं भी प्रावधान नहीं है, जबकि यहां बालू ना डालकर पीली मिट्टी डाली जा रही है। सड़क के किनारे नाली भी नहीं बनाई जा रही है। जिससे पानी आखिर हम लोगों का कहां निकलेगा।

बीडीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जांच कर कार्यवाही की जायेगी

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