लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजों के करीब दो महीने बाद शिवपाल यादव ने अब अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के पुनर्गठन का काम शुरू कर दिया है. शिवपाल यादव ने शुक्रवार को प्रसपा में छात्र सभा, लोहिया वाहिनी समेत 9 विंग के प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान कर दिया.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने शुक्रवार को छात्र सभा, लोहिया वाहिनी, यूथ ब्रिगेड, पिछड़ा वर्ग, महिला सभा, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, अधिवक्ता सभा, शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष नामित किए.
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से नाराज होकर 2018 में नई पार्टी प्रसपा का गठन किया था. लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ आने का ऐलान किया था. शिवपाल यादव सपा के टिकट पर जसवंतनगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े थे. हालांकि, शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी का विलय सपा में नहीं किया था. हालांकि, चुनाव के बाद दोनों के रिश्तों में एक बार फिर खटास आ गई. दोनों लगातार एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी करते नजर आए.
यूपी चुनाव नतीजों के बाद खबरें आई थीं कि शिवपाल यादव बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. शिवपाल यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी. हालांकि, शिवपाल यादव की बीजेपी में शामिल होने को लेकर बात नहीं बन पाई. उधर, शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने की खबरों के बीच अखिलेश यादव ने भी अपने चाचा पर निशाना साधा था. अखिलेश ने कहा था कि शिवपाल विपक्षी पार्टी के संपर्क में हैं. अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए शिवपाल ने कहा था कि हमारे नेता (अखिलेश यादव) को यह लगता है कि मैं उनके (बीजेपी) साथ नहीं हूं तो मुझे तुरंत पार्टी से निकाल दें.