गोरखपुर: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने आए मरीजों की सौदेबाजी करने वाले दलाल और एंबुलेंस संचालकों की तलाश में पूरी रात पुलिस ने गुलरिहा व चिलुआताल थानाक्षेत्र में कई स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान पूछताछ के लिए पुलिस ने करीब छह लोगों को हिरासत में लिया है. पकड़े गए आरोपितों के साथ ही सर्विलांस व सीसी कैमरे की जांच में पुलिस को दलालों और माफियाओं के खिलाफ अहम सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर अब एक और मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी चल रही है.
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नाई की रात गुलरिहा थाने पहुंचे. जेल भेजे गए ईशु अस्पताल के संचालक नितिन यादव व उसके साथियों से पूछताछ में गिरोह के जिन सदस्यों के नाम सामने आए थे, उनका नाम-पता तस्दीक करने के बाद चिलुआताल, गुलरिहा, शाहपुर व क्राइम ब्रांच की टीम के साथ पुलिस ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर छह लोगों को हिरासत में लिया.
मरीज माफिया से इनके संबंध की जांच चल रही है. बताया जा रहा है कि गिरोह के कुछ लोग अपनी एंबुलेंस खड़ी कर नेपाल भाग गए हैं. पुलिस ने आरोपितों पर गैंगस्टर के साथ अपराध से अर्जित उनकी संपत्ति जब्त करने तक की कार्रवाई शुरू कर दी है.
पिपरौली सीएचसी प्रभारी डा. शिवानंद मिश्रा ने क्षेत्र के चार अस्पतालों की जांच की. इस दौरान बिना लाइसेंस एवं मानक के विपरीत संचालित हो रहे अस्पतालों के संचालन पर तत्काल रोक लगा दी गई. चारों नर्सिंग होम संचालकों को एक सप्ताह के अंदर वैध कागजात सीएमओ कार्यालय पर उपलब्ध कराने को नोटिस दी गई है.
डॉ. शिवानंद मिश्रा ने बताया कि नौसढ़ क्षेत्र के एकला बाजार स्थित चंद्रा हॉस्पिटल, उपकार हास्पिटल, न्यू तिरुपति अस्पताल और आरके हॉस्पिटल की जांच की गई. इस दौरान किसी अस्पताल के पास कागजात नहीं मिले. वे मानक भी पूरा नहीं कर रहे थे. सभी अस्पतालों को नोटिस दी गई है. एक सप्ताह में कागजात सही नहीं मिले तो नियमानुसार कार्रवाई होगी.