हिंदूवादी संगठन का विरोध प्रदर्शन, चेताया- रेलवे ने मंदिर को हाथ भी लगाया तो होंगे गंभीर परिणाम
आगरा के राजा की मंडी रेलवे स्टेशन पर रविवार को राष्ट्रीय हिंदू परिषद (भारत) के अध्यक्ष गोविंद पाराशर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
आगरा के राजा की मंडी रेलवे स्टेशन पर रविवार को राष्ट्रीय हिंदू परिषद (भारत) के अध्यक्ष गोविंद पाराशर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। स्टेशन पर पोस्टर-बैनर लेकर पहुंचे हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गोविंद पाराशर ने कहा कि रेलवे ने चामुंडा देवी मंदिर को हटाने का नोटिस देकर हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर रेलवे प्रशासन ने मंदिर को हाथ लगाने की कोशिश भी की तो गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की तरह यहां भी आंदोलन करेंगे।
यह है मामला
राजा की मंडी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर मंदिर के 72 वर्ग मीटर के हिस्से को यात्रियों की सुरक्षा और प्लेटफॉर्म के विस्तार में बाधक बताते हुए रेलवे ने मंदिर प्रबंधन को 20 अप्रैल को नोटिस भेजा था। नोटिस के बाद से ही विरोध शुरू हो गया था। 26 अप्रैल को डीआरएम ने मंदिर हटाने को लेकर ट्विटर एकाउंट पर ट्वीट करने के बाद विरोध और तेज हो गया। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचने के बाद बीच का रास्ता निकालने की कवायद शुरू हो गई। दोनों पक्षों में आपसी सहमति के प्रयास किए जा रहे हैं। सहमति नहीं बनने तक रेलवे प्रशासन अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करेगा।
रेलवे ने कहा- बातचीत से निकालेंगे हल
शुक्रवार को मंडल रेल प्रबंधक आनंद स्वरूप ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि राजा की मंडी स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा का मुद्दा अपनी जगह है, लेकिन लोगों की आस्था का भी ध्यान रखना होगा। राजा की मंडी स्टेशन सेंट्रली लोकेटेड होने के कारण सैकड़ों लोगों की रोजी रोटी का जरिया है। इस प्रकरण का समाधान सभी पक्षों से सम्मानजनक वार्ता के माध्यम से ही निकाला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन भी इसमें एक स्टेक होल्डर है, उसके साथ भी वार्ता होगी। जिलाधिकारी से इस मुद्दे पर बातचीत हुई है। मंदिर के सिलसिले में सम्मानजनक हल निकालने की दिशा में रेलवे कार्य करेगा। हमें उम्मीद है कि एक आदरपूर्वक समाधान निकलेगा। भले ही रेलवे सम्मानजनक समाधान निकालने की कवायद में जुट हो, लेकिन नोटिस के बाद विरोध लगातार जारी है।