बस्ती न्यूज़: फसलों का उत्पादन अच्छा हो. किसानों को बेहतर मूल्य मिल सके. इसके लिए जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग ने मिलकर सभी 1185 ग्राम पंचायतों में समृद्धि कार्यक्रम चलाया जाएगा. इस कार्यक्रम के तहत हर गांव में एक किसान का चयन किया जाएगा. चयनित कृषक अपने साथियों को समृद्धि का रास्ता दिखा सकेंगे. प्रत्येक न्याय पंचायत पर एक-एक किसान को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है. प्रत्येक किसान की एक डायरी बनेगी, जिसमें मिट्टी की जांच से लेकर फसलों की बिक्री व तीन साल का क्रॉप पैटर्न तैयार किया जाएगा.
सीडीओ की निगरानी में कृषि विभाग की ओर से ‘कृषक से कृषक तक समृद्धि कार्यक्रम’ शुरू किया जाएगा. इसके पीछे उद्देश्य है कि किसानों को प्रशिक्षित कर उनकी मृदा के अनुकूल फसलों का उत्पादन कराया जाए, ताकि लागत में कमी आए और किसानों के बेहतर मूल्य मिल सके. फोकस्ड किसानों के पास कम से कम एक एकड़ जमीन व खेती-बाड़ी में दिलचस्पी होनी चाहिए. इनका मार्गदर्शन करने के लिए न्याय पंचायत स्तर पर मास्टर ट्रेनर किसान मौजूद रहेंगे. जिले की 139 न्याय पंचायतों के लिए किसानों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है, अब जुलाई के पहले सप्ताह में डीएम प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में बैठक कर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
समृद्धि कार्यक्रम में न्याय पंचायत स्तर पर ट्रेनर व ग्राम पंचायत स्तर पर एक-एक किसान का चयन किया जाएगा. मृदा के अनुकूल क्रॉप पैटर्न तैयार कर कृषि के लिए इन्हें प्रेरित किया जाएगा. बाद में इसे सभी किसानों के लिए लागू किया जाएगा.
- डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, मुख्य विकास अधिकारी