अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के श्रीराम पुरम कॉलोनी में एक गर्भवती अध्यापिका की दिनदहाड़े हत्या, जांच में जुटी पुलिस कर दी गई. यह घटना उस समय हुई, घटना के बाद हत्यारे फरार हो गए, जिनकी तलाश के लिए छानबीन की जा रही है. पुलिस ने एक टीम भी बनाई है.
दोपहर लगभग 11:00 बजे यह घटना हुई. हालांकि घटना की सूचना पुलिस को देर से मिली. इसकी वजह यह बताई जा रही है कि मृतका के पति और उसकी सास को पहले यह लगा कि उसका गर्भपात हुआ है लेकिन जब वह उसे लेकर ट्रामा सेंटर गए तो डॉक्टरों ने बताया कि यह हत्या का मामला है और गले पर चाकू से वार किया गया है, जिसके कारण उसकी मौत हुई है.
इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. फिर पुलिस अयोध्या के दर्शन नगर स्थित ट्रामा सेंटर पर पहुंची. घटना के समय अध्यापिका अपने घर में अकेली थी. उसकी सास और पति किसी काम से फैजाबाद शहर आए हुए थे. जब वह वापस लौटे तो घटना की जानकारी हुई. उसके निर्माणाधीन घर में काम हो रहा था और कुछ श्रमिक काम भी कर रहे थे.
ऐसे में किस तरह हत्यारों ने इस घटना को अंजाम दिया? इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बारे में घर में काम कर रहे श्रमिकों से भी पूछताछ की जा रही है. सुप्रिया वर्मा नाम की यह अध्यापिका बीकापुर ब्लॉक के असकरनपुर प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाती थी और उसके पति भी बीकापुर ब्लॉक में ही अध्यापक हैं.
फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया है, जिसमें उसकी मौत चाकू के घाव से हुई बताई जा रही है. घटना के कारणों को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है. शुरुआत में लूट के इरादे से घुसे लुटेरों द्वारा हत्या की बात सामने आई लेकिन दिनदहाड़े जब मकान में काम चल रहा हो ऐसे में लुटेरों द्वारा ऐसी किसी घटना किए जाने को लेकर भी बड़ा सवाल उठ रहा है.
इसलिए पुलिस घटना की तह तक पहुंचने के लिए मृतका के परिजनों और आसपास के लोगों के साथ साथ घर में काम कर रहे श्रमिकों से भी पूछताछ कर रही है. इसके साथ आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं और हत्यारों के सुराग जुटाने की कोशिश की जा रही है.
अयोध्या पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही इस घटना का खुलासा कर दिया जाएगा. सूत्रों की माने तो पुलिस के हाथ कुछ महत्वपूर्ण सुराग भी लगे हैं, जिनको सत्यापित करने पर भी काम चल रहा है. मृतका के परिजन भी पुलिस के शक के दायरे में हैं, इसीलिए घटना को लेकर उनसे और उनके करीबियों से भी पूछताछ की जा रही है.