Pratapgarh: विवादों में उलझकर रह गया सई नदी घाट का निर्माण
निर्माण स्थानीय लोगों के विवाद के फेर में रोक दिया गया
प्रतापगढ़: बेल्हा देवी धाम के बगल सई नदी घाट का कराया जा रहा सौन्दर्यीकरण विवादों की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है. कारण महीनेभर से निर्माण ठप है और निर्माण स्थल पर डंप सामग्री भी मजदूर उठा ले गए हैं. चर्चा है कि निर्माण स्थानीय लोगों के विवाद के फेर में रोक दिया गया है.
बेल्हा देवी धाम के बगल सई नदी घाट को लकदक करने की चर्चा वर्ष पहले से चल रही थी. सदर विधायक राजेंद्र कुमार मौर्य ने आश्वासन दिया था कि इसके लिए बजट भी स्वीकृत हो गया है. फरवरी में घाट के सौन्दर्यीकरण का कार्य तेजी से शुरू हुआ तो धाम के पुजारियों सहित श्रद्धालुओं में नई उम्मीद जगी थी. निर्माण करा रहे ठेकेदार ने बताया कि घाट का पक्का निर्माण कराने के साथ जुटने वाले श्रद्धालुओं के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाएगी. लोग दर्शन पूजन के बाद परिवार समेत घाट पर कुछ देर बैठकर सुकून का अनुभव कर सकेंगे, लेकिन महीने भर पहले अचानक निर्माण ठप हो गया और मजदूर घर चले गए. शुरुआत में लोगों ने सोचा कि कुछ दिन बाद निर्माण शुरू हो जाएगा लेकिन पखवाड़ा भर बाद मजदूर आए और मौके पर रखी निर्माण सामग्री भी उठा ले गए. चर्चा है कि कुछ स्थानीय लोग निर्माण का विरोध कर रहे थे. मामला बढ़ता देख निर्माण रोक दिया गया. इससे धाम के पुजारियों और श्रद्धालुओं में निराशा है. खास बात यह कि निर्माण शुरू होने और ठप होने को लेकर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
वाहनों ने रोक दिया मरीजों का रास्ता: मेडिकल कॉलेज के राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में मरीजों से अधिक वाहन आते हैं. इन वाहनों के खड़े हो जाने से अस्पताल के भीतर का रास्ता संकरा हो जाता है. मेन गेट के पास से वाहन रास्ते के नों तरफ खड़े कर उनके चालक वहां से हट गए थे. जनऔषधि के सामने तरफ से भी चार पहिया वाहन आ जाता तो स्ट्रेचर या व्हीलचेयर वाले मरीजों की बात दूर पैदल मरीज भी नहीं निकल पा रहे थे. नों तरफ से चार पहिया वाहन आने के बाद काफी देर तक जाम की स्थिति बन जा रही थी. इससे मरीजों को बहुत परेशानी हुई.