अलीगढ़: ग्रामीण इलाकों की भांति शहर में भी बिजली के हालात होते जा रहे हैं. शहर की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरती नजर आ रही है. शहर में बिजली कटौती जबरदस्त हो रही है.
बिजली अधिकारियों के लचर नीति के कारण जर्जर संसाधन और कर्मचारियों की लापरवाही सेशहर के हालात दिन ब दिन बिगड़ते जा रहे हैं. उपभोक्ता और बिजली निगम के बीच स्थापित समन्वय की दीवार दरकने लगी. जिसके कारण बिजली कटौती से परेशान उपभोक्ताओं का धैर्य जवाब देने लगा है. ऐसे में वह बिजली विभाग के खिलाफ सड़क पर उतरने को मजबूर हैं.
शहर के सासनीगेट और क्वार्सी डिवीजन के हाल सबसे खराब अलीगढ़. शहर के प्रथम डिवीजन सासनीगेट व बाराद्वारा और द्वितीय डिवीजन के क्वार्सी व सुदामापुरी बिजली क्षेत्र की हालत सबसे ज्यादा खराब है. यहां पर जर्जर तार, इंसलेटर बंच केबिल, पोल, केबिलबक्सा और ट्रांसफार्मर कब फुंक जाए इसका अंदाजा नहीं लगा सकते हैं. यही नही हर दूसरे-तीसरे दिन पोल क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिलती है. ऐसे में लोगों को जान का भी खतरा भी बना रहता है.
उपभोक्ता के सवालों का जवाब नहीं देते बिजली घर के जेई व एसएसओ अलीगढ़. लगातार हो रही बिजली कटौती से परेशान उपभोक्ता अगर शिकायत या जानकारी को बिजलीघर या जेई को फोन करता है. पहले तो उनका फोन उठना ही बड़ी बात है. अगर फोन उठ जाता है तो वह उपभोक्ता के सवालों का सीधा जवाब नहीं देते हैं. बिजली घर की तो यह समस्या अक्सर रहती है. उच्चाधिकारी इसमें सुधार नहीं कर पा रहे है, जबिक प्रमुख सचिव से लेकर ऊर्जा मंत्री ने भी उपभोक्ताओं से शलीन व्यवहार करने की हिदायत दे रखी है.
विद्युत उपभोक्ता-जनप्रतिनिधि अभियान से उपभोक्ता गायब अलीगढ़. शासन ने प्रदेश में उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान करने के लिए विद्युत उपभोक्ता जनप्रतिनिधि संम्पर्क अभियान छह अगस्त तक चलाने का आदेश किया था. 31 जुलाई और को मुख्य अभियंता, तीनों एसई और कुछ एक्सईएन की मौजूदगी में विधायक रवेंद्र पाल सिंह, अनिल पाराशर, मुक्ता राजा, राजकुमार सहयोगी व जिपंअ के साथ कार्यालय में जन संपर्क अभियान पूरा कर लिया गया. मगर अफसरों व जनप्रतिनिधियों की बैठक से सबसे महत्वपूर्ण उपभोक्ता गायब रहा. इस सवाल पर एसई अनिल अरोरा भी सार्थक जवाब नहीं दे सके और दूसरे अधिकारी प टाल दिया. अधिकारियों ने कहा है कि बिजली सप्लाई सुचारू रखने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं.
जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ बिजली अफसरों की मीटिंग का आदेश है. जिससे उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान हो सके. बैनर पर लिखे विद्युत उपभोक्ता का मतलब उनकी समस्या जानने से था. जो जनप्रतिनिधियों ने बताया. रही बात शहर की बिगड़ी बिजली आपूर्ति की तो उसमें सुधार किया जाएगा.
-आनंद शुक्ला मुख्य अभियंता