कानपूर न्यूज़: कानपुर के लिए बिजली संकट आफत बन चुका है. खासकर औद्योगिक क्षेत्र को करोड़ों का झटका बिजली कटने से हुआ. दस दिन में गौर करें तो करीब 25 करोड़ के ऑर्डर कैंसिल हो चुके हैं. समय पर माल सप्लाई नहीं होने से दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के कारोबारियों ने ऑर्डर ही कैंसिल कर दिए.
पनकी, दादानगर औद्योगिक क्षेत्र में प्लास्टिक, फुटवियर, दाल, साबुन, टेक्सटाइल्स, दवा, इंजीनियरिंग, पैकेजिंग, फूड प्रोडेक्ट की करीब चार हजार फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं. करोड़ों का राजस्व देने वाला यह औद्योगिक क्षेत्र अफसरों की अनदेखी के कारण खस्ताहाल स्थिति में है. आईआईए के अध्यक्ष दिनेश बारासिया के अनुसार, दस दिन से दिन में आठ से दस तो रात में भी कई बार बत्ती गुल हो रही है. सीधा असर उत्पादन पर पड़ रहा है. समय पर माल की आपूर्ति नहीं करने से करीब 25 करोड़ के ऑर्डर कैंसिल हो चुके हैं. बार-बार मशीन बंद होने से गुणवत्ता खराब हो रही है.
सौ करोड़ रुपये का हो चुका है नुकसान
आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य के अनुसार, बिजली कटने से मशीन अचानक बंद हो जाती है. कई बार तो माल खराब हो जाता है. साथ ही उसकी गुणवत्ता पर भी कमी आ जाती है. लगभग सौ करोड़ का नुकसान होने के आसार हैं.
सीएम को पत्र भेजकर मांगा मिलने का समय
उद्यमियों ने स्थानीय अफसरों पर अनदेखी का आरोप लगा सीएम से गुहार लगाई है. मनोज बंका ने बताया कि पत्र लिखकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का समय मांगा गया है. सीएम से मिलकर सारी समस्याओं को विस्तृत रखा जाएगा.
खंभे क्षतिग्रस्त
पनकी साइट नंबर तीन पर दो दिन पहले बेकाबू ट्रक ने कई खंभों को टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया है. इस वजह से कई फैक्ट्रियों की बिजली गुल हो गई है.
करोड़ों का राजस्व फिर भी अनदेखी
प्रोविंशियल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मनोज बंका के अनुसार, पनकी-दादानगर औद्योगिक क्षेत्र माहभर में करीब तीन से चार हजार करोड़ का कारोबार करता है. फर्टिलाइजर समेत अन्य फैक्ट्रियों से लगभग 60 करोड़ रुपये बिजली बिल के भुगतान के तौर पर हर माह केस्को को दिए जाते हैं.