गाजियाबाद न्यूज़: हिंडन नदी के प्रदूषण में बीते पांच महीने में सिर्फ एक स्थान पर सुधार आया है. सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा जनपद में हिंडन के पानी में लिए गए नमूनों में से सिर्फ छिजारसी में सुधार हुआ है, बाकी स्थानों पर पानी की गुणवत्ता सबसे खराब श्रेणी ई में दर्ज की जा रही है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मई का हिंडन नदी के पानी की गुणवत्ता का आंकड़ा जारी किया है. आकंडों के मुताबिक हिंडन नदी के पानी में घुलनशील ऑक्सीजन (डीओ) छिजारसी और मेरठ में बागपत रोड पर अन्य स्थानों की अपेक्षा बढ़ी हुई है, जबकि जैव रसायन ऑक्सीजन मांग (बीओडी) में कमी आई है. अन्य स्थानों पर पानी में मानकों की अपेक्षा कई गुना बढ़ोतरी बनी हुई है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हर वर्ष हिंडन नदी की सफाई को लेकर दावे करता है. सहारनपुर से लेकर गौतमबुद्धनगर तक प्रदेश के कई जनपदों से होकर गुजरने वाली हिंडन का पानी इतना प्रदूषित है कि यह गुणवत्ता की सबसे खराब श्रेणी ई में रहता है. बीते तीन महीने से सिर्फ छिजारसी पर ही गुणवत्ता श्रेणी डी में दर्ज की जा रही है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हिंडन के पानी का सात स्थानों पर नमून लेता है. इसमें सहारनपुर में महेशपुर, मेरठ में सरधना एवं बागपत रोड, गाजियाबाद में करहेड़ा, जीटी रोड स्थित हिंडन पुल के पास और मेरठ एक्सप्रेस वे पर छिजारसी पुल के पास नदी के पानी का नमूना लिया जाता है. इसके साथ ही नोएडा में कुलेसरा से हिंडन के पानी का नमूना लिया जाता है और जांच के लिए भेजा जाता है.
हिंडन के पानी में प्रदूषण का हाल (मई 2023)
स्थान डीओ बीओडी टोटल कोलीफोर्म
सहारनपुर, महेशपुर --- 38 49 हजार
बपारसी, मेरठ --- 64 2.2 लाख
बागपत रोड, मेरठ 3.6 30 1.50 लाख
करहेड़ा, गाजियाबाद 1.1 20 2.70 लाख
जीटी रोड, गाजियाबाद 2.2 15 3.10 लाख
छिजारसी, गाजियाबाद 4.3 12 3.40 लाख
कुलेसरा, नोएडा --- 40 4.70 लाख