दो साल में पुलिस की ‘तीसरी आंख’ ने 4030 अपराधी पकड़े

Update: 2023-03-05 10:04 GMT

जयपुर: प्रदेश में अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही यातायात व्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाली पुलिस की तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरों ने अहम भूमिका निभाई है। गत दो वर्षों की बात करें तो 2223 अपराधों को होने से पहले रोका गया, जबकि 4030 अपराधी इन सीसीटीवी की सहायता से ही पुलिस गिरफ्त में आ सके।

-प्रदेश में अभय कमांड सेंटर पर 7364 सीसीटीवी कैमरे हैं। इसके अलावा अन्य स्त्रोतों से 74542 सीसीटीवी लगे हुए हैं।

-सीसीटीवी की मदद से वर्ष 2021 मे 958 और 2022 में 1265 आपराधिक घटनाओं को रोका जा सका।

-प्रदेश में सीसीटीवी कैमरों से वर्ष 2021 में 1701 और 2022 में 2329 वारदातों का खुलासा किया गया।

-प्रदेश में 983 पुलिस थानों में से 894 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।

-सीसीटीवी लगाने के लिए शेष रहे 89 पुलिस थानों में 25 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए संबंधित फर्म को टेंडर दिया जा चुका है, जबकि 64 थानों में सीसीटीवी लगाने के लिए गृह विभाग को पत्र भेजा है।

राजू ठेहट हत्याकांड में मिली मदद: सीकर में हुए राजू ठेहट हत्याकांड में आरोपी भागते समय सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इनकी मदद से पुलिस ने आरोपितों की पहचान की और उन्हें पकड़ लिया गया। चेन स्नैचर, मोबाइल स्नैचिंग, डकैती, लूट, चोरी, नकबजनी के आरोपी भी सीसीटीवी कैमरों की मदद से पकड़ में आते हैं। लॉरेंस विश्नोई को भी हर समय सीसीटीवी की निगरानी से अंकुश लगाया जाता है। 

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