मेरठ क्राइम न्यूज़: आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं ठगी के इस गोरखधंधे में एक सैन्यकर्मी को हिरासत में लिया गया है। खुफिया विभाग सैन्यकर्मी से पूछताछ में जुटी है। आर्मी खुफिया विभाग की टीम ने शनिवार को डोगरा मंदिर मेरठ कैंट क्षेत्र से अभिषेक शर्मा पुत्र राजेश शर्मा निवासी गली नंबर 3, मौहल्ला चूना भट्टी थाना मोदीनगर, गाजियाबाद को सेना में भर्ती कराने के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में हिरासत में लिया था। खुफिया विभाग की गिरफ्त में आने के बाद खुलासा हुआ था कि अभिषेक शर्मा तीन युवकों से 12 लाख रुपये सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगे थे। अभिषेक ने खुद को डोगरा रेजीमेंट में सेना का जवान बताया और तीन युवकों सुखपाल पुत्र हरविन्द्र सिंह निवासी नन्दग्राम गाजियाबाद,मोहित निवासी विश्वास नगर, गाजियाबाद, राजेश भारद्वाज निवासी सकौती थाना फलावदा से 12 लाख रुपये ठग लिए थे।
ये हुआ बरामद: फर्जी जवान से सेना की वर्दी इंडियन आर्मी व ऊपर नेमप्लेट, एक पेन्ट, एक ईनर, एक हरी बैल्ट, एक फर्जी पहचान पत्र आर्मी, आर्मी रिक्रु टिंग आफिस एप्लीकेशन की फोटो कॉपी, फर्जी लीव सर्टिफि केट, फर्जी मेडिकल कॉपी, एक ब्लैंक चेक, वर्दी में दो फोटो, 1300 रुपये नकद, आधार कार्ड, डेविट कार्ड, हाई स्कूल मार्कशीट कॉपी, एक मोबाइल आई फोन 12 बरामद हुआ है।
एक सैन्यकर्मी हिरासत में: पुलिस और खुफिया विभाग ने देहरादून में तैनात एक सैन्यकर्मी को भी हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि वह वर्ष 2018-19 में एमएच में तैनात था। उसके बाद वह देहरादून ट्रांसफर हो गया। खुफिया विभाग सैन्यकर्मी से पूछताछ में जुटी है।
14 लाख रुपये दिए थे सैन्यकर्मी को: अभिषेक ने कई युवाओं से सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर पचास लाख रुपये से अधिक की रकम ठगी है। जिसमें से एमएच में तैनात एक सैन्यकर्मी को उसने 14 लाख रुपये भी दिए थे। ठग अभिषेक ने रोहटा रोड स्थित अपनी एक मौसी के भी खाते में रुपये ट्रांसफर किये हैं। जिसकी जांच टीम कर रही है। अभिषेक टीपी नगर थाना क्षेत्र स्थित होटल सनशुईन कमरा 106 में तीन दिन रुका था। बताया जाता है कि वहां उसकी कोई भी एन्ट्री रजिस्टर में नहीं मिली है। होटल को भी जांच के दायरे में लिया गया है।
हथियार कहां से आया…?
अभिषेक आर्मी की वर्दी में है। उसके कंधे पर एक आॅटोमेटिक गन भी लटकी है। आखिर वह गन उसके पास कहां से आई थी। इस बात का खुलासा पुलिस और खुफिया विभाग की टीम ने नहीं किया है। आखिर वह गन उसे किसने मुहैया कराई थी। यह हथियार उसे कहां से मिला। गंभीर जांच का विषय है।
स्टेडियम में युवाओं पर जमाया विश्वास: फर्जी जवान अभिषेक शर्मा महीनों से कैलाश प्रकाश स्टेडियम में दौड़ लगाने जाता था। इस दौरान राजेश भारद्वाज और मोहित की जानपहचान अभिषेक शर्मा से हुई थी। राजेश ने बताया कि हम लोग सेना में भर्ती के लिए स्टेडियम में दौड़ लगाने जाया करते थे। अभिषेक शर्मा से वहीं मुलाकात हुई। उसने बताया था कि वह डोगरा रेजीमेंट मेरठ मे तैनात है। उसने खुद को आर्मी में बताते हुए उन पर पूरा विश्वास इस तरह से जमा लिया कि उन्हें भी यकीन हो गया कि वह आर्मी में होगा। चूंकि उसने इंडियन आर्मी की वर्दी में फोटो और तमाम वीडियो दिखाये थे। उसने विश्वास दिलाया था कि चार लाख रुपये में वह आर्मी में भर्ती करा देगा। इसलिए वे उसके झांसे में आ गए और उसे थोड़ा-थोड़ा रुपया दे दिया।